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आखिर कौन हैं बीएचयू के वाइस-चांसलर गिरीश चंद्र त्रिपाठी?

वह खुद को दशकों से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़ा हुआ बताते हैं

FP Staff

बीएचयू में छात्रा के साथ छेड़खानी और उसके बाद विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर पुलिस की लाठीचार्ज के बाद बनारस में यूनिवर्सिटी कैंपस का माहौल गर्म हो चुका है. खबर है कि यूनिवर्सिटी के वाईस-चांसलर गिरीश चंद्र त्रिपाठी को भी एचआरडी मंत्रालय ने दिल्ली बुलाया है.

यूनिवर्सिटी के वीसी वहां के मुखिया होते हैं. यूनिवर्सिटी में हो रही सभी गतिविधियों की जिम्मेदारी उन्हीं की बनती है. ऐसे में वीसी त्रिपाठी पर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. चाहे वो हॉस्टल में छात्राओं के लिए नॉन-वेज खाने की बात हो, वाई-फाई या उनकी सुरक्षा का सवाल हो, छात्राओं का गुस्सा वीसी पर फूट रहा है.


बीएचयू के वीसी त्रिपाठी इलाहाबाद विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर रह चुके हैं. वह केंद्रीय यूनिवर्सिटीज के शिक्षक संघों (फेडकुटा) के अध्यक्ष भी थे. वह खुद को दशकों से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़ा हुआ भी बताते हैं.

अर्थशास्त्र के जानकार

बजट संबंधी मामलों के जानकार त्रिपाठी देश के कई बड़े सेमिनार एवं पैनल डिस्कशन में शामिल हो चुके हैं. उन्होंने 1974-75 में इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन इंग्लिश, इकॉनोमिक्स और संस्कृत विषयों में पास किया.

इसके बाद उन्होंने 1975-76 में अर्थशास्त्र में एमए की परीक्षा पास करने के बाद इलाहबाद यूनिवर्सिटी में प्रो. बालकृष्ण त्रिपाठी के निर्देशन में पीएचडी पूरी की.

1982 में इलाहबाद यूनिवर्सिटी में लेक्चरर नियुक्त होने वाले डॉ. गिरीश त्रिपाठी 1999 में अर्थशास्त्र विभाग में प्रोफेसर नियुक्त हुए. प्रो. त्रिपाठी सीतापुर जिले के मूल निवासी होने के साथ इलाहाबाद शहर में अनेक शैक्षिक संस्थाओं से जुड़े रहे हैं.