हम सुप्रीम कोर्ट में जो केस लड़ रहे हैं वो एक साथ तुरंत दिए जाने वाले तीन तलाक के खिलाफ है. हम खुद कुरान के हिसाब से दिया जाने वाला तलाक चाहते हैं. हमने कभी नहीं कहा कि तीन तलाक बैन होना चाहिए.
ये कहना है सायरा बानो के छोटे भाई मुहम्मद अरशद का. सायरा, तीन तलाक के मसले काे कोर्ट में ले जाने के लिए चर्चा में आईं हैं.
अरशद वो श्ाख्स हैं जिन्होंने सायरा को इस मसले को कोर्ट में ले जाने के लिए न केवल प्रोत्साहित किया बल्कि केस की तैयारी में भी पूरी मदद की.
न्यूज 18 हिंदी से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि हमारे केस पर राजनीति शुरु हो गई है. जो मांग हमने कभी रखी ही नहीं उन्हें उठाया जा रहा है. हम इस्लाम के खिलाफ नहीं हैं.
हम चाहते हैं कि अगर कोई किसी को तलाक देता है तो वो तलाक दे जो कुरान के हिसाब से है. यानी एक बार तलाक बोलकर तय वक्त दिया जाए. फिर दोबारा तलाक बोलकर वक्त दिया जाए. इसी तरह से तीसरी बार भी ऐसा ही किया जाए.
शाहबानो केस से मिला अरशद को सुप्रीम कोर्ट का रास्ता
सायरा बानो के छोटे भाई अरशद इंटर पास हैं. वो बताते हैं कि तलाक मिलने के बाद बहन ने सबसे पहले गुजारा-भत्ता के लिए केस दर्ज कराया था. हमें इस बात की जरा भी मालूमात नहीं थी कि तीन तलाक को भी कोर्ट में चैलेंज किया जा सकता है.
इसी दौरान मुझे शाहबानो केस के बारे में मालूम पड़ा. मैंने उस केस के बारे में जानकारी जमा करनी शुरु कर दी. इस दौरान मैंने कुछ शाहबानो केस से जुड़े लोगों से मिलकर भी जानकारियां हासिल कीं.
उसके बाद सुप्रीम कोर्ट के लिए वकील की तलाश शुरु की. इत्तेफाक से हमें वकील भी बालाजी श्रीनिवासन जैसे नेक इंसान मिले. वो हमसे फीस नहीं लेते हैं. लेकिन इस दौरान समाज और जाति-बिरादरी के बीच भी बहुत कुछ सुनने को मिला.
लोग मुझे धर्म के खिलाफ बोलने वाला कहने लगे. यहां तक की मेरे दोस्त भी मुझे ताना मारते. इसके लिए मैंने धर्म से जुड़ी तीन तलाक की जानकारियां हासिल कीं और फिर ऐसे लोगों को इसकी खामियां बताना शुरु किया.
तब कहीं जाकर मुझे लोगों का साथ मिलना शुरु हुआ. हम बस इतना चाहते हैं कि जो हमारी बहन के साथ हुआ वैसा किसी और बहन के साथ न हो.
लेकिन जिस तरह से शाहबानो केस का राजनीतिकरण कर फायदा उठाया गया था, ठीक वैसे ही हमारे केस में भी किया जा रहा है. यह न हो तो अच्छा है.
मुझे हक और न्याय चाहिए सियासत नहीं: सायरा बानो
तीन तलाक को लेकर उठे सियासी भूचाल के बारे में पीड़ित सायरा बानो का कहना है कि मुझे हक और न्याय चाहिए इसलिए मैं कोर्ट में आई हूं.
सियासत से मुझे कोई मतलब नहीं है और ना ही मैं चाहती हूं कि मेरे केस में सियासत हो. हमें तो जो जायज और इस्लामिक तरीका है उसी के हिसाब से तलाक चाहिए. रहा सवाल कोर्ट का तो उस पर मुझे पूरा भरोसा है.
साभार: न्यूज़18 हिंदी