बोर्ड परीक्षा के पेपर लीक होने और दोबारा परीक्षा कराए जाने की घोषणा से छात्रों के निशाने पर आईं सीबीएसई प्रमुख अनीता करवाल ने गुरुवार को कहा कि दो विषयों की परीक्षा दोबारा कराने का निर्णय छात्रों के हित में है और परीक्षाओं की तिथियों की घोषणा शीघ्र की जाएगी.
सीबीएसई प्रमुख का यह बयान गुरुवार को सर्कुलर जारी होने के बाद आया है. इसमें कहा गया था कि छात्रों को 10वीं की गणित की और 12वीं की अर्थशास्त्र की परीक्षा दोबारा देनी होगी.
#WATCH 'We have taken decision in favour of the students. We are working for their good:CBSE Chief Anita Karwal on ANI reporter's question, 'What about the career of 16 lakh students?' #CBSEPaperLeak pic.twitter.com/QI0bpdhUD6
— ANI (@ANI) March 29, 2018
अनीता ने कहा कि हमने पूरी निष्पक्षता के साथ यह निर्णय छात्रों के हित में लिया है. बहुत जल्द हम तारीखों (दोबारा परीक्षा लेने की) की घोषणा करेंगे. आगे भी कोई निर्णय छात्रों के हित में ही लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि छात्रों को किसी बात की चिंता करने की जरूरत नहीं है. हम उनके साथ हैं.
वहीं, कांग्रेस ने इस मामले में अनीता को पद से हटाने की मांग की है. इसके साथ ही विपक्षी पार्टियां केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावडेकर के इस्तीफे की मांग के साथ - साथ मामले की जांच हाईकोर्ट के जस्टिस से कराने की मांग कर रहीं हैं.
जावडेकर ने सीबीएसई परीक्षा पेपर लीक मामले को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है और कहा कि दोषी बच नहीं पाएंगे. उन्होंने कहा कि इससे निष्पक्षतापूर्वक परीक्षा करने के लिए जाने जाने वाले सीबीएसई की साख पर दाग लगा है, इसलिए मामले की पूरी जांच की जाएगी.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानंमत्री नरेंद्र मोदी ने भी मामले को ‘बेहद गंभीरता’ से लिया है. वहीं, एक सूत्र ने बताया कि जावडेकर ने इस मामले में दिन में अनीता सहित उच्च अधिकारियों से बातचीत की थी.