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फिर से परीक्षा कराने का निर्णय छात्रों के हित में: सीबीएसई प्रमुख

अनीता ने कहा कि हमने पूरी निष्पक्षता के साथ यह निर्णय छात्रों के हित में लिया है, बहुत जल्द हम तारीखों (दोबारा परीक्षा लेने की) की घोषणा करेंगे

FP Staff

बोर्ड परीक्षा के पेपर लीक होने और दोबारा परीक्षा कराए जाने की घोषणा से छात्रों के निशाने पर आईं सीबीएसई प्रमुख अनीता करवाल ने गुरुवार को कहा कि दो विषयों की परीक्षा दोबारा कराने का निर्णय छात्रों के हित में है और परीक्षाओं की तिथियों की घोषणा शीघ्र की जाएगी.

सीबीएसई प्रमुख का यह बयान गुरुवार को सर्कुलर जारी होने के बाद आया है. इसमें कहा गया था कि छात्रों को 10वीं की गणित की और 12वीं की अर्थशास्त्र की परीक्षा दोबारा देनी होगी.

अनीता ने कहा कि हमने पूरी निष्पक्षता के साथ यह निर्णय छात्रों के हित में लिया है. बहुत जल्द हम तारीखों (दोबारा परीक्षा लेने की) की घोषणा करेंगे. आगे भी कोई निर्णय छात्रों के हित में ही लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि छात्रों को किसी बात की चिंता करने की जरूरत नहीं है. हम उनके साथ हैं.

वहीं, कांग्रेस ने इस मामले में अनीता को पद से हटाने की मांग की है. इसके साथ ही विपक्षी पार्टियां केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावडेकर के इस्तीफे की मांग के साथ - साथ मामले की जांच हाईकोर्ट के जस्टिस से कराने की मांग कर रहीं हैं.

जावडेकर ने सीबीएसई परीक्षा पेपर लीक मामले को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है और कहा कि दोषी बच नहीं पाएंगे. उन्होंने कहा कि इससे निष्पक्षतापूर्वक परीक्षा करने के लिए जाने जाने वाले सीबीएसई की साख पर दाग लगा है, इसलिए मामले की पूरी जांच की जाएगी.

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानंमत्री नरेंद्र मोदी ने भी मामले को ‘बेहद गंभीरता’ से लिया है. वहीं, एक सूत्र ने बताया कि जावडेकर ने इस मामले में दिन में अनीता सहित उच्च अधिकारियों से बातचीत की थी.