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कोर्ट में अपोलो हॉस्पिटल का जवाब- हमारे पास नहीं है जयललिता के खून के नमूने

कोर्ट ने खून के नमूनों की मांग एस. अमृता की एक याचिका पर की थी. अमृता जयललिता की बेटी होने का दावा करती हैं

FP Staff

तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता की मौत को करीब डेढ़ साल हो गया है, लेकिन आज भी उनकी मौत के कारणों की सही जानकारी नहीं मिल पाई है. अब इसमें एक नया मोड़ आया है.

मद्रास हाईकोर्ट ने बुधवार को अपोलो हॉस्पिटल को तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता के खून के नमूने पर एक रिपोर्ट दाखिल करने का आदेश दिया था, लेकिन अपोलो अस्पताल ने गुरुवार को अपने जवाब में जयललिता के खून के नमूने नहीं होने की बात कही है.


टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, हॉस्पिटल मैनेजमेंट ने जस्टिस एस. विद्यानाथन की मांग पर यह जवाब दिया है, कोर्ट ने खून के नमूनों की मांग एस. अमृता की एक याचिका पर की थी. अमृता जयललिता की बेटी होने का दावा करती हैं. अपने इस दावे पर मुहर लगवाने के लिए अमृता ने डीएनए टेस्ट की मांग की थी.

जयललिता को 22 सितंबर 2016 को चेन्नई के अपोलो हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. उन्हें बुखार और डीहाइड्रेशन की शिकायत थी, बाद में 5 दिसंबर 2016 को उनकी मौत हो गई थी.

अमृता की मांग पर जयललिता के भतीजे दीपक और भतीजी दीपा ने अमृता के दावे का विरोध किया था और कहा था याचिकाकर्ता केवल सिविल कोर्ट में याचिका दायर कर सकता है. उन्होंने कहा था कि अमृता के पास अपने दावे को प्रूफ करने के लिए कोई सबूत नहीं है.