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वीडियोकॉन लोन केस: ICICI बैंक की CEO और MD चंदा कोचर गईं छुट्टी पर

खबर है कि बैंक के आरोपों की स्वतंत्र जांच कराए जाने के फैसले के बाद चंदा को छुट्टी पर जाने को कहा गया है, लेकिन बैंक ने किया इन खबरों का खंडन, कहा यह फैसला चंदा का ही

FP Staff

देश की सबसे बड़ी निजी बैंक ICICI बैंक की एमडी चंदा कोचर छुट्टी पर चली गई हैं. उनके ऊपर वीडि‍योकॉन को लोन देने में अनिमियता बरतने और निजी लाभ लेने के आरोप हैं. हालांकि बैंक ने इन खबरों का खंडन किया है कि उन पर लगे आरोपों की स्‍वतंत्र जांच कराने के फैसले के बाद उन्हें छुट्टी पर जाने को कहा गया है. और उनके उत्तराधिकारी की खोज के लिए कमेटी का गठन किया गया है. बैंक के अनुसार यह निर्णय चंदा ने खुद लिया है.

अनुमान लगाया जा रहा है कि कोचर के खिलाफ जांच सुप्रीम कोर्ट के किसी रिटायर्ड जज की अगुवाई में कराई जाएगी और यह अगले हफ्ते से शुरू होने की उम्मीद है. पिछले हफ्ते ही सेबी ने भी नोटिस जारी कर चंदा कोचर से पूरे मामले पर जानकारी देने को कहा था.

मालूम हो कोचर 2009 से देश के सबसे बड़े निजी बैंक की प्रमुख हैं और आईसीआईसीआई प्रमुख के रूप में उनका तीसरा कार्यकाल 2019 के मार्च में खत्‍म होने जा रहा है. साल 2016 के अक्‍टूबर में सबसे पहले आईसीआईसीआई शेयरहोल्‍डर द्वारा उनके खिलाफ अनियमितता बरते जाने के आरोप लगाए गए थे. उसके बाद वीडियोकॉन ग्रुप को दिए गए लोन के पैसे का निवेश चंदा कोचर के पति दीपक कोचर की कंपनी न्‍यूपॉवर में किये जाने आ आरोप लगा.

इस मामले में व्‍हीसिल ब्‍लोअर ने वित्त मंत्रालय, प्रधानमंत्री कार्यालय, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया, सेबी के साथ ही सीबीआई समेत अन्‍य जांच एजेंसियों को पत्र लिखा था. इस पत्र के बाद आईसीआईसीआई ने कहा था कि उसने एक आंतरिक जांच कराई है और उसमें आरोपों को गलत पाया गया.

लेकिन इस साल मार्च में ये आरोप एक बार फिर सामने आए, जिससे बैंक के शेयरहोल्‍डर्स, निवेशक, डिपोजिटर्स और अन्‍य स्‍टेकहोल्‍डर्स काफी चिंतित हुए. इसके बाद बैंक ने कोचर के खिलाफ लगे आरोपों की स्‍वतंत्र जांच कराने का निर्णय लिया. अभी तक बैंक के बोर्ड ने कोचर का भरपूर समर्थन किया है. बोर्ड ने उनके खिलाफ लगे आरोपों को गलत भी बताया है. गौरतलब है कि 2012 में वीडि‍योकॉन ग्रुप को दि‍ए गए 3,250 करोड़ रुपए का लोन दिया गया था. 3,250 करोड़ रुपए के लोन में वीडियोकोन ने 2,810 करोड़ रुपए नहीं लौटाए, जिसे बैंक ने 2017 में एनपीए घोषित कर दिया था.

वेणुगोपाल धूत-चंदा कोचर

वहीँ इस मामले पर बोलते हुए बीजेपी के सांसद उदित राज ने बोलते हुए कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसियां आईसीआईसीआई बैंक के सीईओ चंदा कोचर से पूछताछ क्यों नहीं करतीं? मैं एजेंसियों से निवेदन करता हूं कि वे मामले की जांच करें और पैसे वसूलें. उन्होंने चंदा कोचर को सफेद कॉलर अपराधी बताया और उनके खिलाफ कार्यवाही की अपील की.