view all

समाज को गायों की हत्या बर्दाश्त नहीं, बुलंदशहर में दिखा इसका असर: VHP

वीएचपी ने कहा, बुलंदशहर में कथित गोहत्या को लेकर भीड़ की हिंसा में मारे गए पुलिस इंसपेक्टर की भूमिका भी जांच की जानी चाहिए

Bhasha

विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के एक नेता ने कहा कि लोकतंत्र में हत्या के लिए कोई जगह नहीं है, लेकिन बुलंदशहर में कथित गोहत्या को लेकर भीड़ की हिंसा में मारे गए पुलिस इंसपेक्टर की भूमिका भी जांच की जानी चाहिए. वीएचपी के मेरठ क्षेत्र के मंत्री सुदर्शन चक्र ने आरोप लगाया कि सुबोध सिंह एफआईआर दर्ज नहीं करते थे और लोगों की बात नहीं सुनते थे. उन्होंने सवाल किया कि हिंसा के दौरान उनके सहयोगियों ने उन्हें अकेला क्यों छोड़ दिया.

उन्होंने कहा, वीएचपी ने स्पष्ट कहा है कि लोकतंत्र में हत्या के लिए कोई जगह नहीं है और उसने उनकी हत्या पर शोक प्रकट किया, लेकिन बतौर पुलिस अधिकारी उनकी भूमिका भी जांच की जानी चाहिए.' चक्र अयोध्या में राममंदिर के शीघ्र निर्माण के लिए नौ दिसंबर को दिल्ली में वीएचपी की प्रस्तावित रैली के संबंध में यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे.


वीएचपी नेता ने कहा कि यदि गोहत्या नहीं होती तो यह घटना भी नहीं घटती. उन्होंने कहा, 'समाज गायों की हत्या बर्दाश्त नहीं करेगा. उसे नहीं होने दें, तो लोगों में नाराजगी भी नहीं होगी, बुलंदशहर में उसकी परछाई नजर आई.' उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके कार्यकर्ताओं पर विश्वास करने का अनुरोध किया और दावा किया कि वैसे तो बूचड़खानों पर पाबंदी है, लेकिन वे चल ही रहे हैं.

उन्होंने कहा, 'पुलिस इसे चलने दे रही है और गायों की हत्या होने दे रही है जिसकी वजह से तनाव बढ़ रहा है.' चक्र ने कहा कि यह गलत है कि एक इंसपेक्टर की हत्या कर दी गई, लेकिन समान रुप से यह भी गलत है कि एक गौ पूजक- सुमित कुमार हिंसा में मारा गया.