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अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से VHP खुश, 5 अक्टूबर को होगी संतों की बैठक

आलोक कुमार ने कहा, 'कानूनी बाधाएं दूर करके राम मंदिर के निर्माण का रास्ता प्रशस्त हो, ऐसा संतों से मार्गदर्शन लेकर काम करेंगे.'

Bhasha

अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर संतोष व्यक्त करते हुए विश्व हिंदू परिषद (VHP) के अंतरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि इससे मामले की सुनवाई में डाली जाने वाली बाधाएं दूर होंगी. उन्होंने कहा कि वह उम्मीद करते है कि अब शीघ्रातिशीघ्र मुकदमे की सुनवाई शुरू होकर न्यायोचित निर्णय होगा.

आलोक कुमार ने'भाषा' से बातचीत में कहा,' रामजन्मभूमि मामले की सुनवाई में तरह तरह की अड़चने डाली जा रही थी, किसी वकील ने भी 2019 के चुनाव के बाद सुनवाई कराने की बात कही थी. अब यह बाधा दूर हो गई है.'


उन्होंने कहा कि उनके संज्ञान में यह बात आई है कि 29 अक्टूबर से इसकी सुनवाई होगी' हम अपेक्षा करेंगे कि शीघ्रातिशीघ्र मुकदमे की सुनवाई शुरू होकर न्यायोचित निर्णय होगा.'

विहिप के कार्याध्यक्ष ने कहा कि लेकिन हम केवल इसके भरोसे नहीं बैठेंगे और इसलिये हमने दिल्ली में 5 अक्तूबर को संतों की उच्चाधिकार समिति की बैठक बुलाई है. इस बैठक में संतों के समक्ष सभी विषयों पर चर्चा की जाएगी.

उन्होंने कहा कि हम संतों से आगे का मार्ग पूछेंगे और जैसा वे बतायेंगे, वैसा करने के लिये प्रतिबद्ध हैं.

आलोक कुमार ने कहा, 'कानूनी बाधाएं दूर करके राम मंदिर के निर्माण का रास्ता प्रशस्त हो, ऐसा संतों से मार्गदर्शन लेकर काम करेंगे.'

उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट ने ‘मस्जिद इस्लाम का अभिन्न अंग है या नहीं’ के बारे में शीर्ष अदालत के 1994 के फैसले को फिर से विचार के लिए पांच सदस्यीय संविधान पीठ के पास भेजने से गुरुवार को इनकार कर दिया. यह मुद्दा अयोध्या भूमि विवाद की सुनवाई के दौरान उठा था.

प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली शीर्ष अदालत की पीठ ने 2:1 के बहुमत के फैसले में कहा कि दीवानी वाद का फैसला सबूतों के आधार पर होना चाहिए और पहले आये फैसले की यहां कोई प्रासंगिकता नहीं है.