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निपाह वायरस को लेकर सतर्क हुईं राज्य सरकारें, हेल्थ एडवायजरी जारी

स्वास्थ्य परामर्श में लोगों को सलाह दी गई है कि वो पक्षियों, चमगादड़ों और जानवरों द्वारा काटे गए फलों और सब्जियों को न खाएं. साथ ही संक्रमित व्यक्तियों से मिलने के बाद अच्छी तरह से हाथ धो लें और केरल जैसे प्रभावित क्षेत्रों में यात्रा के बाद आए बुखार को लेकर सतर्क रहें और उस पर ध्यान दें

FP Staff

केरल में निपाह वायरस के प्रकोप को देखते हुए अलग-अलग राज्य सरकारें अलर्ट मोड में आ गई हैं. सिक्किम सरकार ने निपाह वायरस को लेकर सतर्क रहने के लिए राज्य के लोगों के लिए आवश्यक परामर्श जारी किया है.

राज्य के स्वास्थ्य विभाग के शुक्रवार को जारी हेल्ड एडवाइजरी (स्वास्थ्य परामर्श) में कहा गया, ‘सिक्किम में निपाह वायरस की संभावना बेहद कम है, फिर भी लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए.’


परामर्श में कहा गया कि बुखार, सिर दर्द, उल्टी और बेहोशी इस वायरस के लक्षण हैं. कुछ मामले में मिर्गी भी इसका लक्षण हो सकता है. यह लक्षण 10 से 12 दिनों तक रहने के बाद लोग बेहोश हो सकते हैं और दिमागी बुखार से मौत भी हो सकती है.

लोगों को सलाह दी गई है कि वो पक्षियों, चमगादड़ों और जानवरों द्वारा काटे गए फलों और सब्जियों को न खाएं. साथ ही संक्रमित व्यक्तियों से मिलने के बाद अच्छी तरह से हाथ धो लें और केरल जैसे प्रभावित क्षेत्रों में यात्रा के बाद आए बुखार को लेकर सतर्क रहें और उस पर ध्यान दें.

बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने भी निपाह वायरस को लेकर हेल्थ एडवाइजरी जारी कर राज्य के लोगों से सतर्कता बरतने को कहा है.

बता दें कि केरल में निपाह वायरस संक्रमण की वजह से अब तक एक नर्स समेत 12 लोगों की मौत हो गई है. नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल ने इस वायरस से ग्रसित कुल 14 मेडिकल केस को कंफर्म किया गया है. जबकि 20 मामलों को संदेह के दायरे में रखा जा रहा है.

इस बीमारी को लेकर केंद्र और राज्य सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी नजर बनाए हुए हैं.