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उत्तर प्रदेश में 11 जिलों में मिड-डे मील शुरू करेगा अक्षय पात्र

उत्तर प्रदेश में वृंदावन और लखनऊ में अक्षय पात्र के दो रसोईघर चल रहे हैं और जल्द ही वाराणसी, प्रयागराज, गोरखपुर, कानपुर, आगरा आदि 11 जगहों पर परिचालन शुरू किया जाएगा

Bhasha

देशभर में प्रतिदिन करीब 18 लाख बच्चों को मिडडे मील उपलब्ध करा रहे अक्षय पात्र फाउंडेशन ने जल्द ही उत्तर प्रदेश में और 11 जगहों पर अपना रसोईघर शुरू करने की योजना बनाई है.

कुंभ मेला क्षेत्र के सेक्टर 6 में लगे अक्षय पात्र के शिविर में एनजीओ के मीडिया संपर्क अधिकारी आशीष श्रीवास्तव ने बताया, 'अभी 12 राज्यों में हमारे 38 रसोईघर चल रहे हैं जहां से प्रतिदिन 18 लाख बच्चों को मिडडे मील उपलब्ध कराया जाता है.'


उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में वृंदावन और लखनऊ में अक्षय पात्र के दो रसोईघर चल रहे हैं और जल्द ही वाराणसी, प्रयागराज, गोरखपुर, कानपुर, आगरा आदि 11 जगहों पर परिचालन शुरू किया जाएगा.

श्रीवास्तव ने बताया, 'कुम्भ मेला में हम दो जगहों पर प्रसाद वितरण कर रहे हैं. सेक्टर चार में प्रतिदिन 10,000 लोगों को खिचड़ी का वितरण किया जा रहा है. इसके लिए किचेन ऑन व्हील पर आधे से एक घंटे में 200 किलोग्राम खिचड़ी तैयार हो जाती है.'

उन्होंने बताया कि किचेन ऑन व्हील किसी भी वाहन पर स्थापित एक ऐसा रसोईघर है जहां अत्याधुनिक मशीनों की मदद से प्रसाद (भोजन) तैयार किया जाता है. सेक्टर छह में स्थित रसोईघर में रोटी बनाने की मशीन का उपयोग किया जाता है जिसकी क्षमता प्रति घंटे 3000 रोटियां तैयार करने की है.

श्रीवास्तव ने बताया कि फाउंडेशन ने सेक्टर छह की रसोई घर में सब्जी बनाने की मशीन लगाई है जिसकी क्षमता एक घंटे में 300 किलोग्राम सब्जी तैयार करने की है. इसी तरह, चावल और दाल तैयार करने की मशीन की क्षमता आधे से एक घंटे में 200 किलोग्राम दाल और चावल तैयार करने की है.

उन्होंने बताया कि लखनऊ में इस समय 1,400 स्कूलों के 1,25,000 बच्चों को प्रतिदिन मध्याह्न भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है. एनजीओ भारतीय खाद्य निगम से गेहूं और चावल निःशुल्क प्राप्त करता है, जबकि दाल आदि की खरीद बाजार से की जाती है.

(तस्वीर प्रतीकात्मक है)