उत्तर प्रदेश के संभल जिले में कथित रूप से गौ-तस्करी के एक मामले की जांच पड़ताल करने गई पुलिस पर लोगों ने पथराव किया. इस हादसे में पुलिसकर्मियों के साथ-साथ वरिष्ठ जिला प्रशासनकर्मी भी घायल हो गए. क्षेत्र में फैली हिंसा को लेकर पुलिस ने मामला दर्ज किया और कुछ को गिरफ्तार भी किया. वहीं स्थानीय निवासियों ने आरोप लगाया है कि उन्हें परेशान किया गया था.
पुलिस का कहना है कि उसने एक वाहन को रोका था, लेकिन ड्राइवर और उसके साथ मौजूद एक और शख्स तुरंत ही मौके पर से भाग निकले. पुलिस ने कहा कि वाहन में एक गाय और बछड़े को ले जाया जा रहा था.
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक नखासा पुलिस थाने के एसएचओ संजय सिंह ने कहा, ये सूचना मिलने के बाद कि संदिग्ध दीपसराय मुहल्ले में छिपे हो सकते हैं, बुधवार की सुबह तीन कॉन्सटेबल वहां पहुंचे. लेकिन स्थानीय निवासियों ने उनपर पत्थर बरसाने शुरु कर दिए और उन्हें पीछे हटने पर मजबूर कर दिया.
इसके बाद एसएचओ ने स्थिति पर काबू पाने के लिए अतिरिक्त बल को बुलाया तो उन पर भी हमला किया गया. यहां तक की मौके पर पहुंचे इलाके के एसडीएम राशिद अली खान भी हमले से नहीं बच सके. संभल के एसपी बलेंदू भूषण ने बताया कि छह पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. भीड़ से बचने के लिए एसडीएम को मंदिर में छिपना पड़ा. वाहनों और हाइवे को अपना निशाना बना रही भीड़ पर नियंत्रण पाने के लिए और अधिक पुलिस बल को मौके पर भेजा गया.