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नाइजीरियाई छात्रों पर हमला, यूपी सरकार ने जांच के दिए आदेश

ग्रेटर नोएडा में नाइजीरिआई पर हमले के बाद अब यूपी सरकार सख्ती के साथ पेश आएगी

FP Staff

उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में 12वीं के एक स्टूडेंट की मौत हो जाने के बाद उसके परिजनों ने नाइजीरियाई छात्रों पर आरोप लगाया था. साथ ही जमकर हमला भी किया था. इस मामले को उत्तर प्रदेश सरकार ने गंभीरता से लिया है.

यूपी पुलिस के एडीजी दलजीत चौधरी ने कहा कि उन्होंने 5 लोगों को अब तक इस मामले में गिरफ्तार कर लिया है. इन लोगों ने नाइजीरियाई छात्रों के साथ मारपीट की थी.


Police have arrested 5 persons. FIR registered, action will be taken accordingly: Daljeet Chaudhary (ADG, Law&Order) on attack on Nigerians pic.twitter.com/rs00krq2rM

— ANI UP (@ANINewsUP) March 28, 2017

यूपी के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने ट्वीट कर कहा कि नाइजीरियाई छात्रों पर हमला एक बहुत बड़ा बवाल है. इस मामले पर जांच की जाएगी और इसकी रिपोर्ट जल्द से जल्द केंद्र सरकार को दे दी जाएगी.

अस्पताल में भर्ती नाइजीरियाई छात्रों ने कहा, 'हमें क्यों पीटा गया, हमें नहीं पता, उन लोगों ने हम पर रोड्स, ब्रिक्स और चाकुओं से वार किया था.'

उन्होंने कहा कि हम आसपास के लोगों से मदद मांगते रहे लेकिन किसी ने भी पुलिस को नहीं बुलाया और न ही किसी ने मदद के लिए हाथ आगे भड़ाया.

नाइजीरियाई के हाई कमिशन के अधिकारी घायल नाइजीरिआई से अस्पताल में मिलने पहुंचे.

मंगलवार सुबह केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज ने ग्रेटर नोएडा में नाइजीरियाई छात्रों पर हुए हमले के मामले में उत्तर प्रदेश सरकार से रिपोर्ट मांगी थी. ग्रेटर नोएडा में नाइजीरियाई छात्रों से हुए विवाद पर हंगामा खड़ा हो गया, जिसको सुषमा स्वराज ने गंभीरता से लिया और ट्वीट कर यूपी सरकार से रिपोर्ट मांगी.

इस बीच ग्रेटर नोएडा पुलिस ने 5 लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया है. साथ ही नाइजीरियाई लोगों पर हमला करने वाले 54 लोगों की पहचान की गई है.

12वीं के स्टुडेंट की मौत के मामले में ग्रेटर नोएडा में छात्र के परिजनों ने कैंडल मार्च निकाला. दरअसल परिजनों का आरोप है कि नाइजीरियाई छात्रों द्वारा ही उनके बेटे को ड्रग्स दिया गया, जिससे उसकी मौत हो गई.

स्टूडेंट की मौत से गुस्साए ग्रेटर नोएडा में लोगों ने जमकर हंगामा किया और कुछ नाइजीरियाई छात्रों को जमकर पीटा.मनीष एनएसजी सोसाइटी में रहता था जहां से वह संदिग्ध परिस्थितियों में गायब हो गया था. परिजनों से उसके गायब होने की खबर कासना पुलिस कोतवाली को दी थी.

शनिवार की सुबह मनीष सोसाइटी के गेट पर मिला, वहां मौजूद लोगों ने तुरंत हॉस्पिटल में भर्ती कराया, बाद में उसने हॉस्पिटल में दम तोड़ दिया. परिजनों ने ड्रग्स लेने की वजह से हार्ट फेल होने का आरोप लगाया है. फिलहाल पुलिस पोस्टमार्टम द्वारा जांच में जुटी है.

छात्र मनीष की नशे के हालत में हुई मौत के मामले में नामजद पांच नाइजीरियन युवकों में से तीन सईद कबीर, अब्दुल उस्मान और सईद अबु वकार के पासपोर्ट और वीजा कासमना पुलिस ने जब्त कर लिए है. जबकि दो नाइजीरियन उस्मान अब्दुल कादिर, मोहम्मद आमिर के पासपोर्ट एंबेसी में हैं.

परिजनों ने जमकर प्रदर्शन किया उनकी मांग है कि नाइजीरियाई को बाहर निकाला जाए, लोगों के प्रदर्शन के कारण 3 किलोमीटर लंबा जाम लग गया था. इस दौरान भीड़ ने नाइजीरियाई छात्रों पर हमला किया और परीचौक से गुजरने वाले एक दर्जन गाड़ियों में तोड़फोड़ की. हालात को काबू में करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज भी करना पड़ा. दो घंटे लगभग आठ बजे स्थिति पुलिस के काबू में आई.