उत्तर प्रदेश सरकार ने सहारनपुर हिंसा की जांच रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौंप दी है. रिपोर्ट में कहा गया है कि सहारनपुर हिंसा की साजिश सुनियोजित तरीके से रची गई थी, जिसमें भीम सेना के मुखिया चंद्रशेखर की अहम भूमिका थी.
इस रिपोर्ट में हिंसा के पीछे 35 लोगों का हाथ बताया गया है. यह भी कहा गया है कि हिंसा भड़कने का कारण दो अफसरों की लापरवाही भी है.
रिपोर्ट में बताया गया है कि अगर अफसरों के बीच बेहतर सामंजस्य होता तो हिंसा को फैलने से रोका जा सकता था.
सरकार को अस्थिर करने के लिए पूरे देश में भड़काई जा रही है हिंसा
सरकार ने रिपोर्ट में यहां तक कहा है कि पूरे देश में सरकार को अस्थिर करने के लिए भीम सेना जैसे दलों के जरिए हिंसा भड़काई जा रही है. इसके लिए सोशल मीडिया का भी सहारा लिया जा रहा है.
रिपोर्ट के मुताबिक सब कुछ सुनियोजित योजना के तहत किया गया था. इसमें एक महापुरुष की मूर्ति पर माल्यार्पण के दौरान दो पक्षों में संघर्ष और उसके बाद हिंसा को भड़काना शामिल था. इसमें भीम सेना के संस्थापक चंद्रशेखर उर्फ रावण की भूमिका अहम बेहद रही है. भीम सेना को इस दौरान राजनैतिक समर्थन भी दिया गया.
रिपोर्ट में दो नेताओं का भी जिक्र किया गया है जिनकी भूमिका हिंसा भड़काने में थी.
5 मई को हुई हिंसा में हुई थी दो लोगों की मौत
बता दें कि बीते 5 मई को महाराणा प्रताप के जन्म दिवस पर उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण के दौरान तेज आवाज में स्पीकर बजाने को लेकर दलितों और राजपूतों में संघर्ष हुआ था जिसके बाद भड़की हिंसा में दो लोगों की मौत हो गई थी.
इसकी गाज जिलाधिकारी और एसएसपी पर भी गिरी थी जिन्हें निलंबित कर दिया गया था . इसके बाद सरकार के मुताबिक किसी प्रकार के अफवाह को फैलने से रोकने के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई थी.
गुरुवार को पुलिस ने सहारनपुर हिंसा के कथित मास्टरमाइंड चंद्रशेखर को हिमाचल प्रदेश के डलहौजी से गिरफ्तार किया.