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एनकांउटर पर बोले योगी- जो बंदूक की भाषा समझते हैं उन्हें बंदूक से ही देंगे जवाब

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, योगी सरकार को राज्य की सत्ता में आए 10 महीने हुए हैं, लेकिन अबतक राज्य में 1100 पुलिस एनकाउंटर हो चुके हैं

FP Staff

यूपी के योगी आदित्यनाथ की सरकार को पिछले कुछ दिनों से राज्य में हो रहे एनकांउटर्स की वजह से विपक्ष की आलोचना का शिकार होना पड़ रहा है. विधानसभा में विपक्ष यह आरोप लगा रहा है कि सरकार फर्जी मुठभेड़ करवा रही है. लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन मुठभेड़ों का समर्थन करते हुए कहा कि अपराधियों को उन्हीं की भाषा में जवाब दिया जा रहा है.

गोरखपुर में एक समारोह में बोलते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सुरक्षा की गारंटी हर व्यक्ति को मिलनी चाहिए. लेकिन जो लोग समाज का माहौल बिगाड़ना चाहते हैं, जिन लोगों को बंदूक की नोक पर विश्वास है, उन्हें बंदूक की ही भाषा में जवाब देना चाहिए. यह मैं पूरी स्पष्टता के साथ प्रशासन से कहना चाहूंगा.


सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, योगी सरकार को राज्य की सत्ता में आए 10 महीने हुए हैं, लेकिन अबतक राज्य में 1100 पुलिस एनकाउंटर हो चुके हैं.

इन शूटआउट में 34 अपराधियों की मौत हो चुकी है, बचे हुए 265 में घायल और अन्य 2744 में हिस्ट्री शीटरों की गिरफ्तारियां हुईं हैं. बात करें अगर पुलिस अधिकारियों की तो अबतक इन एनकाउंटर में 247 पुलिस अधिकारी घायल हुए हैं.

यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहले भी कह चुके हैं कि पुलिस को अपराधियों से निपटने के लिए पूरे अधिकार दिए जाएंगे. इसमें चाहे अपराधियों को राज्य छोड़ने के लिए कहा जाए या सरेंडर करने के लिए. इसके बाद पुलिस ने ऑपरेशन क्लीन और कुख्यात अपराधियों से निपटने के लिए तुरंत ऑपरेशन चला दिया था.

यूपी पुलिस की प्रेस रिलीज के मुताबिक, 20 मार्च 2017 और 31 जनवरी 2018 के बीच राज्य में अबतक 1142 पुलिस एनकाउंटर हो चुके हैं.

सबसे ज्यादा एनकाउंटर की खबरे मेरठ जोन से आईं हैं. इस इलाके में 449 एनकाउंटर को अंजाम दिया गया था इसके बाद आगरा में 210 एनकाउंटर हुए. तीसरे नंबर पर बरेली में 196 एनकाउंटर और इसके बाद कानपुर में 91 शूटआउट हुए. सबसे कम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सीट गोरखपुर से आईं हैं.

इसके अलावा पुलिस ने राज्य में 167 अपराधियों के खिलाफ NSA लागू किया है और इसमें 150 करोड़ की प्रॉपर्टी सीज की है.

हालांकि इन एनकांउटर्स पर काफी सवाल खड़े हो चुके हैं. 22 नवंबर को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने पिछले 6 महीने में हुए 19 एनकांउटर्स को लेकर नोटिस भी दिया है. गुरुवार को समाजवादी पार्टी के विधायक विधानसभा में ‘निर्दोषों का फर्जी एनकांउटर बंद करो’ के नारे लिखे हुए तख्तियों के साथ विरोध-प्रदर्शन भी किया. इस दौरान विपक्षी विधायकों ने सदन में गुब्बारे भी कागज के गोले भी राज्यपाल की तरफ फेंके.

योगी आदित्यनाथ ने विपक्षी विधायकों के विरोध करने इस तरीके की जमकर आलोचना की.