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टूरिज्म और स्किल डेवलपमेंट पर रहेगा फोकस: मोदी

कृषि, नौकरी और बजट के मुद्दों पर सरकार ने अर्थशास्त्रियों की राय सुनी

Pratima Sharma

नोटबंदी का ऐतिहासिक कदम उठाने के बाद उम्मीद है कि सरकार इस साल बजट में कुछ लीक से हटकर ऐलान कर सकती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बजट तैयार करने में इनोवेशन तरीके के इस्तेमाल की बात कही है. उन्होंने कहा है कि इस साल बजट में कौशल विकास और पर्यटन पर खास जोर दिया जाएगा.

'इकनॉमिक पॉलिसी-द रोड अहेड' सेमिनार में प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था पर बजट का काफी प्रभाव है. लिहाजा इसे बेहतर बनाने पर हर साल मेहनत करने की जरूरत है.


पहले बजट पेश करने की क्या है वजह

मोदी का फोकस इस साल बजट में कृषि से जुड़ी दमदार योजनाओं का ऐलान करना ही नहीं बल्कि उसे बेहतर ढंग से लागू करना भी है. यही वजह है कि सरकार इस साल बजट को फरवरी के आखिर में नहीं बल्कि पहली तारीख को पेश कर रही है.

किसानों की आमदनी 2022 तक दोगुना करने पर रहेगा फोकस (REUTERS)

इस पर प्रधानमंत्री ने कहा, 'ज्यादातर खर्चों का प्रावधान मॉनसून आने पर किया जाता था, लेकिन यह जरूरी नहीं है.' यही वजह है कि फिस्कल ईयर 2018 का बजट पहले पेश किया जा रहा है ताकि फाइनेंशियल ईयर शुरू होने से पहले ही रोड मैप तैयार हो जाए. उन्होंने कहा कि भविष्य में आगे भी एक फरवरी को ही बजट पेश किए जाएंगे.

इनोवेशन पर रहेगा जोर

इस बार एक प्रयोग के तौर पर प्रधानमंत्री ने अर्थशास्त्रियों के साथ एक बैठक की. इसमें अर्थशास्त्रियों ने कृषि, नौकरी और बजट से जुड़े मुद्दों पर अपना प्रेजेंटेशन दिया था.

कृषि क्षेत्र में अर्थशास्त्रियों का फोकस किसानों की आय 2022 तक दोगुना करने के तरीकों पर रहा. साथ ही डिजिटल पेमेंट में किसानों को शामिल करके इस क्रांति को विस्तार देने पर जोर दिया है.

शिक्षा के मामले में अर्थशास्त्रियों ने एजुकेशन क्वॉलिटी सुधारने पर फोकस करने की बात कही है. साथ ही पर्यटन क्षेत्र में निवेश बढ़ाने पर जोर दिया गया है.