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पटना पुलिस नहीं समझ पाई कोर्ट ऑर्डर की अंग्रेजी, बिजनेसमैन को रातभर लॉकअप में रखा

अंग्रेजी की अच्छी समझ ना हो पाने के कारण अच्छे-अच्छे लोग धोखा खा जाते हैं

FP Staff

अंग्रेजी की अच्छी समझ ना हो पाने के कारण अच्छे-अच्छे लोग धोखा खा जाते हैं. कभी-कभी तो इसका भारी खमियाजा तक भुगतना पड़ता है. अपनी पत्नी से तलाक के मामले में पटना के बिजनेसमैन नीरज कुमार को कुछ ऐसी ही स्थिति से दो-चार होना पड़ा. पुलिसकर्मियों को अंग्रेजी की अच्छी समझ ना होने के कारण, कुछ दिनों पूर्व ही नीरज को पूरी रात लॉकअप में गुजारनी पड़ी.

असल में पुलिसकर्मियों ने कोर्ट ऑर्डर में लिखे वारंट शब्द को 'अरेस्ट वारंट' समझ के नीरज को गिरफ्तार कर लिया था. जबकी ऑर्डर में लिखे 'वारंट' का अर्थ चेतावनी देना था. न्यूज 18 के मुताबिक  तलाक के मामले में नीरज अपनी पत्नी को खर्च के लिए पैसे नहीं दे रहा था. इसी पर संज्ञान लेते हुए कोर्ट ने अपने ऑर्डर में चेतावनी देते हुए उसकी संपत्ति के बारे में पता लगाने का आदेश दिया था. ताकि वह अपनी पत्नी को नियमित रूप से खर्च के पैसे मुहैया कराए, जिसे पुलिसकर्मियों ने 'अरेस्ट वारंट' समझ के नीरज को गिरफ्तार कर लिया.


अपनी गलती को स्वीकार करते हुए एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि अदालत का आदेश अंग्रेजी में लिखा हुआ था. ऑर्डर में कहीं भी उसकी गिरफ्तारी का जिक्र नहीं था.

नीरज जहनाबाद का निवासी है. साल 2014 में उसकी पत्नी ने दहेज के मामले में तलाक याचिका दायर की थी.