कर्नाटक में 15000 महिलाओं की डिलिवरी करवाने वाली सुलगट्टी नरसम्मा का 98 साल की उम्र में निधन हो गया है. नरसम्मा कर्नाटक की निवासी थी, जहां लोग उन्हें जननी अम्मा नाम से भी पुकारते थे. नरसम्मा सांस की बीमारी के चलते 29 नवंबर से बेंगलुरु के BGS अस्पताल में भर्ती थीं. न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले पांच दिनों से वो वेंटिलेटर पर थी.
कौन हैं सुलगट्टी नरसम्मा
नरसम्मा को कर्नाटक के पिछड़े इलाकों में बिना किसी मेडिकल सुविधा के 15000 महिलाओं की सुरक्षित डिलीवरी करवाने के लिए जाना जाता था. उनके इस अभूतपूर्व योगदान के लिए उन्हें पद्मश्री से भी नवाजा जा चुका है. इसके अलावा भी नरसम्मा को कई बड़े सम्मान प्राप्त हुए. समाजसेवा के क्षेत्र उनके योगदान के लिए उन्हें तुमकुर यूनिवर्सिटी से डॉक्टरेट की मानद उपाधि भी मिचुकी है. इसके अलावा प्रदेश सरकरा और अन्य सामाजिक संगठनों ने भी नरसम्मा को सम्मानित किया था. नरसम्मा अपने पीछे चार बेटे, तीन बेटियां, छत्तीस पौत्र और प्रपौत्र छोड़ गई है.
जानकारी के मुताबिक नरसम्मा का निधन रात करीब तीन बजे हुआ. सुलगट्टी की निधन की खबर सुन कर कर्नाटक के पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा अस्पताल पहुंचे और श्रद्धांजलि दी.