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दिल्ली में पिछले 14 दिनों में डिप्थीरिया से 12 बच्चों की मौत

माना जाता है कि इस संक्रमण के चपेट में ज्यादातर 2 से लेकर 10 वर्ष तक की आयु वाले बच्चे सामने आते हैं

Bhasha

राष्ट्रीय राजधानी में पिछले दो हफ्ते में डिप्थीरिया के कारण 12 बच्चों की मौत हो गई है. इनमें से 11 बच्चों की मौत नगर निगम के महर्षि वाल्मीकि संक्रामक रोग अस्पताल में हुई. बताया जा रहा है कि नगर निगम के जिस अस्पताल में 11 बच्चों की मौत हो गई, वहां पिछले 9 महीने से डिप्थीरिया से बचाव के लिए इंजेक्शन ही नहीं हैं.

अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक सुनील कुमार गुप्ता के हवाले से एनडीएमसी ने जारी एक बयान में बताया कि डिप्थीरिया के मामले आम तौर पर केवल इस मौसम में सामने आते हैं.


उन्होंने कहा, 'छह से नौ सितंबर के बीच डिप्थीरिया के 85 मरीजों को भर्ती कराया गया (इनमें से 79 दिल्ली से बाहर के और छह दिल्ली के हैं) जिनमें 11 मरीजों को नहीं बचाया जा सका.' उन्होंने बताया कि मरीज नौ साल तक की उम्र के थे. उत्तर-पश्चिमी दिल्ली में स्थित इस अस्पताल का कामकाज उत्तरी दिल्ली नगर निगम देखता है.

क्या होता है डिप्थीरिया? क्या हैं इसके लक्षण?

डिप्थीरिया एक गंभीर बैक्टीरियल संक्रमण है, जो आसानी से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल जाता है. यह हमारे नाक और गले की श्लेष्मा झिल्ली (mucous membrane) को प्रभावित करती है. इसके कारण बुखार, सर्दी-जुखाम, कमजोरी और गले में गहरे ग्रे रंग के पदार्थ की एक मोटी परत गले के अंदर जम जाती है. माना जाता है कि इस संक्रमण के चपेट में ज्यादातर 2 से लेकर 10 वर्ष तक की आयु वाले बच्चे आते हैं.