प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को तुर्की के साथ गहरे आर्थिक संबंधों पर जोर देते हुए इस दिशा में सक्रिय प्रयास करने का आह्वान किया. एक व्यावसायिक कार्यक्रम में मोदी ने कहा कि भारत और तुर्की मजबूत राजनीतिक संबंध बनाने के लिए प्रयासरत हैं, लेकिन आर्थिक संबंधों को भी मजबूत बनाने के लिए प्रयास करने की जरूरत है.
मोदी ने कहा, 'पिछले वर्षो में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार में हुई वृद्धि प्रभावशाली है. दोनों देशों के बीच व्यापार साल 2008 में 2.8 अरब डॉलर से बढ़कर 2017 में 6.4 अरब डॉलर हो गया है.'
भारत में निवेश के लिए प्रोत्साहित करते हुए मोदी ने कहा, 'भारत पहले कभी इतना आसान और टेम्पटिंग बाजार नहीं था, जितना आज है.'
तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन ने कार्यक्रम में कहा कि भारत और तुर्की के बीच संयुक्त व्यापार में संतुलन होना चाहिए और इस दिशा में कदम उठाए जाने चाहिए. एर्दोगन ने नई दिल्ली में एक व्यापारिक समारोह में कहा, 'यह बैठक व्यापारिक रिश्तों के एक नए युग की शुरुआत की सूचक है.'
एर्दोगन ने कहा कि दोनों देश अनुसंधान समेत कई क्षेत्रों में एक-दूसरे की मदद कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि उनका देश बुनियादी ढांचे के तेज विकास की जरूरत में भारत की मदद कर सकता है.
उन्होंने कहा, 'संयुक्त व्यापार में संतुलन होना चाहिए और इस दिशा में कदम उठाए जाने चाहिए.'
तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप एर्दोगन भारत की दो दिवसीय यात्रा पर हैं. इससे पहले राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति भवन में एर्दोगन का स्वागत किया, जहां उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया.