view all

मालदीव में बिगड़े हालात, पीएम मोदी और ट्रंप ने की फोन पर बात

FP Staff

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फोन पर बातचीत कर मालदीव में पनप रहे सियासी संकट पर चिंता जताई. व्हाइट हाउस के मुताबिक दोनों नेताओं के बीच अफगानिस्तान और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ाने पर भी चर्चा हुई.

साल 2018 में ट्रंप और मोदी के बीच फोन पर यह पहली बातचीत है. इस बारे में व्हाइट हाउस ने कहा, ‘‘दोनों नेताओं ने मालदीव में सियासी संकट पर चिंता जाहिर की और कानून के राज का सम्मान करने पर जोर दिया।’’


क्या है मालदीव का सियासी संकट?

मालदीव की सुप्रीम कोर्ट ने बीते गुरुवार को विपक्ष के नौ हाई-प्रोफाइल राजनीतिक बंदियों को रिहा करने का आदेश दे दिया. इन नेताओं के खिलाफ चलाए गए मुकदमों को राजनीति से प्रेरित बताया गया था. इसके बाद से ही देश में सियासी संकट के बादल छा गए थे.

रिहाई के आदेश के बाद मालदीव के राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को मानने से इनकार कर दिया. इसके कारण पूरे देश में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए. इसपर राष्ट्रपति ने देश में इमरजेंसी का ऐलान कर दिया जिसके कुछ घंटों बाद ही सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस अब्दुल्ला सईद और एक जज अली हमीद को गिरफ्तार कर लिया गया.

व्हाइट हाउस ने बताया कि मोदी और ट्रंप ने म्यामां और रोहिंग्या शरणार्थियों की समस्याओं को सुलझाने पर भी बातचीत की.

मालदीव पर यूएन भी चिंतित

दूसरी ओर, संयुक्त राष्ट्र के वरिष्ठ अधिकारी ने सुरक्षा परिषद को चेताया है कि मालदीव में हालात और बदतर हो सकते हैं. इस बाबत संयुक्त राष्ट्र के आला अधिकारियों की बंद कमरे में बैठक हुई जिसमें चीफ जस्टिस को गिरफ्तार करने के फैसले पर चर्चा हुई. अब्दुल्ला ने उन जजों को गिरफ्तार कर लिया है जिन्होंने राजनीतिक कैदियों को रिहा करने के आदेश दिए हैं.

हालांकि संयुक्त राष्ट्र के सूत्र बताते हैं कि वहां हिंसा की कोई रिपोर्ट नहीं है लेकिन हालत तनावपूर्ण जरूर हैं जो आगे और बिगड़ सकते हैं. एक फरवरी को शुरू हुए संकट के बाद यह पहली बार है जब परिषद ने इस संकट पर चर्चा की है, हालांकि बैठक के बाद कोई बयान जारी नहीं किया गया.