पंजाब के अमृतसर में रावण दहन के दौरान मची भगदड़ में करीब 50 लोगों के मौत की खबर है. अमृतसर में जहां पर रावण दहन रखा गया था वहां से नजदीक ही रेलेव ट्रैक भी है. जैसे ही रावण दहन शुरू हुआ तो पटाखों की तेज आवाज और आग की वजह से वहां मौजूद लोगों में भगदड़ मच गई. लोग नजदीक ही रेलवे ट्रैक के पास खड़े हो गए है. ट्रैक पर खड़े लोगों को वहां से तेज रफ्तार से निकलती लोकल ट्रेन ने रौंद दिया जिसके बाद करीब 50 लोगों की मौत की खबर आई है और करीब 50 लोग घायल हो गए.
32 साल पहले भी हुआ था हादसा:
भारत में 32 साल पहले भी त्योहारों के दौरान एक ट्रेन हादसा हुआ था. इस हादसे में 26 लोगों की मौत हो गई थी और 100 लोग घायल हो गए थे.
केरल के तिल्लीचेरी में एक त्योहार के दौरान ये हादसा हुआ था जहां भारी मात्रा में लोग आतिशबाजी देखने के लिए इकट्ठा हुए थे. माना जाता है कि कुछ पटाखे वहां मौजूद लोगों पर गिर पड़े जिसके बाद भगदड़ मच गई. सामने से आने वाली ट्रेन एक्सप्रेस ट्रेन थी इसलिए वो रुक नहीं पाई और लोग उसकी चपेट में आ गए.
पटना में 33 लोगों की मौत:
साल 2014 में पटना के गांधी मैदान में रावण दहन के दौरान भगदड़ मचने से 33 लोगों की मौत हो गई थी और 29 लोग घायल हो गए थे. यह दुर्घटना उस समय हुई थी जब लोग रावण दहन के बाद पटना के गांधी मैदान से वापस लौट रहे थे. पटना के गांधी मैदान में रावण दहन का भव्य कार्यक्रम आयोजित किया जाता है. मैदान में इस कार्यक्रम को देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग आते हैं. गांधी मैदान से बाहर निकलती भीड़ में कुछ लोगों ने तेजी से चलने के लिए आवाजें निकालनी शुरू कीं, हो हल्ला शुरू किया.
इसके बाद एकदम से ऐसी स्थिति पैदा हुई कि लोगों में भगदड़ मच गई. चूंकि वहां लोगों की भीड़ बहुत ज्यादा थी तो एक बार जैसे ही भगदड़ शुरु हुई तो स्थितियां प्रशासन के हाथ से बाहर निकल गईं और इसका परिणाम 33 लोगों की मौत के रूप में सामने आया था.