जस्टिस इंदिरा बनर्जी, जस्टिस विनीत सरन और जस्टिस के एम जोसेफ को वरिष्ठता के इसी क्रम में मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट के जज पद की शपथ दिलाई गई. इन तीनों जजों के शपथ ग्रहण के साथ ही सुप्रीम कोर्ट में कुल जजों की संख्या बढ़कर 25 हो गई है.
चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (सीजेआई) दीपक मिश्रा ने अपने न्यायालय कक्ष में मंगलवार सुबह साढ़े 10 बजे सबसे पहले जस्टिस इंदिरा बनर्जी को शपथ दिलाई. इसके बाद जस्टिस सरन और फिर जस्टिस के एम जोसेफ ने जज पद की शपथ ली.
इन जजों के शपथ ग्रहण समारोह में सुप्रीम कोर्ट के सारे जज और विधि अधिकारी मौजूद थे. इनके अलावा इस दौरान बड़ी संख्या में वकील भी चीफ जस्टिस के कोर्ट रूम में मौजूद थे.
हालांकि, इससे पहले जजों की नियुक्ति संबंधी आधिकारिक अधिसूचना में उत्तराखंड हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के एम जोसेफ का नाम वरिष्ठता क्रम में सबसे नीचे होने की वजह से सोमवार तक कुछ विवाद की स्थिति बनी हुई थी.
सुप्रीम कोर्ट की कोलेजियम के सदस्यों में से जस्टिस मदन बी लोकुर, जस्टिस कुरियन जोसेफ और जस्टिस ए के सीकरी सहित कुछ जजों ने सरकारी अधिसूचना में जस्टिस जोसेफ की वरिष्ठता कम करने के संबंध में सीजेआई से मुलाकात कर के इस पर अपनी नाराजगी भी जताई थी.
अदालत के सूत्रों ने बताया था कि चीफ जस्टिस ने आपत्ति व्यक्त करने वाले जजों को भरोसा दिया था कि वो इस मामले को केंद्र सरकार के सामने उठाएंगे.
सूत्रों ने सोमवार को कहा था कि कुछ जजों द्वारा इसे लेकर व्यक्त की गई चिंता पर इस समय कुछ भी नहीं हो सकता परंतु मंगलवार को तीनों जजों के शपथ ग्रहण के बाद इस पर चर्चा की जाएगी.