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दिल्ली के इस स्कूल में नर्सरी में दाखिले के लिए अजीब नियम

सलवान मोंटेसरी स्कूल ने जिन अभिभावकों के दो से अधिक बच्चे हैं, उनके बच्चों के लिए नर्सरी और प्री-नर्सरी में एडमिशन नहीं देने का फैसला लिया है. इस संबंध में स्कूल में नोटिस चस्पा कर इसकी जानकारी दी गई है

FP Staff

राजधानी दिल्ली के स्कूलों में नर्सरी के लिए एडमिशन प्रक्रिया बुधवार से शुरू हो गई है. 1695 प्राइवेट स्कूलों में सवा लाख नर्सरी सीटों के लिए तकरीबन दो लाख अभिभावक फॉर्म भरेंगे.

शिक्षा निदेशालय (डीओई), दिल्ली ने स्कूलों को भेदभाव के 62 मापदंडों को दूर करने का निर्देश दिया है. वहीं राजधानी के सलवान मोंटेसरी स्कूल में नर्सरी एडमिशन के लिए बच्चों के लिए अलग से कड़े मानदंड हैं. स्कूल में उन सभी अभिभावकों, जिनके दो से अधिक बच्चे हैं, उनके बच्चों के लिए नर्सरी और प्री-नर्सरी में एडमिशन नहीं देने का फैसला लिया है. इस संबंध में स्कूल में नोटिस चस्पा कर इसकी जानकारी दी गई है. प्रेप में एडमिशन के लिए, 31 मार्च, 2018 तक बच्चे की उम्र 4 साल से अधिक होनी चाहिए जबकि नर्सरी के लिए बच्चे को 3 साल से अधिक बड़ा होना चाहिए.


सलवान मोंटेसरी स्कूल पिछले साल भी ऐसी वजहों को लेकर सुर्खियों में था. इसे लेकर तमाम आलोचनाओं के बावजूद स्कूल ने इस वर्ष भी इस नियम को लागू रखने का निर्णय लिया है. स्कूल का कहना है कि ऐसा करने का मकसद 'बढ़ती हुई जनसंख्या के खिलाफ अभिभावकों को जागरूक करना है. देश की खातिर हम मीडिया द्वारा की जा रही आलोचनाओं के लिए भी तैयार हैं. हम इसे लेकर चिंतित नहीं है.'

सलवान समूह के चेयरमैन ने डीएनए से कहा कि 'आजकल जो भी कुछ अलग  काम करते हैं उनकी निंदा की जाती है.'

इस पर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया की सलाहकार अातिशी मार्लेना ने कहा कि 'इस तरह के किसी भी अनुचित मापदंड का निर्धारन करने के लिए किसी भी स्कूल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.'

आतिशी मारलेना ने ट्वीट कर बताया कि दिल्ली के 1700 प्राइवेट स्कूलों में वित्तीय गड़बड़ियों और फीस बढ़ोतरी की जांच के लिए सरकार की एजेंसियां लगातार काम कर रही है.