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हुर्रियत पर NIA का शिकंजा: लगातार तीसरे दिन भी छापेमारी जारी

टेरर फंडिंग मामले में एनआईए हुर्रियत नेताओं पर अपना शिकंजा कसती जा रही है, राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी ने लगातार तीसरे दिन कश्मीर में छापेमारी की है

FP Staff

टेरर फंडिंग मामले में एनआईए हुर्रियत नेताओं पर अपना शिकंजा कसती जा रही है. राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी ने लगातार तीसरे दिन कश्मीर में छापेमारी की है. गुरुवार को एनआईए ने अनंतनाग में छापेमारी की. बिजबेहरा में हुर्रियत नेता गुलाम नबी, बडगाम में आगा सईद हुसैन और कुपवाड़ा में अब्दुल खालिक मीर और शब्बीर साह के सहयोगी जमीर ठाकुर के घर एनआईए ने छापा मारा है. गुरुवार को कश्मीर में कुल नौ जगहों पर छापेमारी की गई है.

बताया जा रहा है कि इस कार्रवाई के विरोध में अलगावादी नेता सैयद अली शाह गिलानी, मीरवाइज मौलवी उमर फारुख और जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के चीफ यासीन मलिक ने प्रदर्शन का एलान किया है. यह प्रदर्शन शनिवार को दिल्ली में एनआईए ऑफिस के सामने किया जाएगा.

बता दें कि इससे पहले आतंकियों को आर्थिक मदद पहुंचाने के मामले में एनआईए ने बुधवार को भी बड़ी कार्रवाई की थी. एनआईए की टीम ने श्रीनगर में छह, दिल्ली में तीन और गुरुग्राम के कुछ जगहों पर छापेमारी की थी. छापेमारी के दौरान इन स्थानों से करीब 2.20 करोड़ की नगदी के साथ ही हवाला करोबार से जुड़े दस्तावेज, कई लैपटॉप, मोबाइल फोन और हार्ड डिस्क बरामद की गईं.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली के खारी बावली और शादीपुर में सुबह ही एनआईए की टीम पहुंची थी. टीम को वहां से कई दस्तावेज मिले थे. आरोप है कि 70 बादाम के व्यापारी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई को मदद करते थे.

ये भी आरोप है कि कारोबारी अपने व्यापार की आड़ में दिल्ली से श्रीनगर पैसा पहुंचाते थे. वहां से आतंकियों और पत्थरबाजों तक धन मुहैया होता था. इस मामले में पहले भी दिल्ली और श्रीनगर में छापेमारी की जा चुकी है.

इससे पहले कश्मीर घाटी में जांच जारी रखते हुए एनआईए ने मंगलवार को एक फ्रीलांस फोटो-पत्रकार सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया था. दोनों की पहचान कुलगाम के जावेद अहमद भट्ट और पुलवामा के कामरान यूसुफ के रूप में हुई है. यूसुफ स्थानीय समाचार पत्रों को तस्वीरें मुहैया कराता था.

दोनों को दोनों को बुधवार नई दिल्ली में विशेष एनआईए अदालत के समक्ष पेश किया गया. अधिकारियों ने आरोप लगाया कि दोनों सोशल नेटवर्किंग साइटों पर भी तस्वीरें तथा वीडियो डालते थे जिनसे घाटी में अफवाहें फैलती थीं.

(साभार - न्यूज 18)