रजनीकांत बुधवार को तूतीकोरिन फायरिंग में घायल लोगों से मिलने अस्पताल पहुंचे थे. इसके बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए स्टरलाइट प्लांट के मालिकों को 'अमानवीय' कहा. उन्होंने कहा कि स्टरलाइट प्लांट अब कभी नहीं खुलना चाहिए. रजनीकांत कुछ समय पहले ही राजनीति से जुड़े हैं.
तूतीकोरिन में हिंसा के लिए रजनीकांत ने असामाजिक तत्वों को जिम्मेदार ठहराया.उन्होंने कहा कि हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ राज्य सरकार को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए. इसी के साथ उन्होंने पुलिस फायरिंग की इजाजत देने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की मांग की. उन्होंने कहा, 'लोग किसी वजह से ही वहां प्रदर्शन कर रहे थे. पुलिस को इस दौरान संयम बरतना चाहिए.'
राज्य सरकार के बचाव में रजनीकांत
इस दौरान रजनीकांत राज्य सरकार का बचाव करते भी दिखे. उन्होंने कहा कि हर मामले में सरकार से इस्तीफा मांगना कोई समाधान नहीं है. यह घटना सरकार के लिए एक बड़ा सबक है. किसी को भी इतनी हिंसा का अंदाजा नहीं था. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि लोग सब जानते हैं और वे वक्त आने पर जवाब देंगे. मुझे यकीन है कि खुफिया विभाग भी इसकी रिपोर्ट देगा.
इससे पहले हिंसा के अगले दिन यानी 23 मई को रजनीकांत ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर कर शांति की अपील की थी.
पुलिस फायरिंग में हुई थी 13 लोगों की मौत
तमिलनाडु के तूतीकोरीन में स्टरलाइट प्लांट के खिलाफ 3 महीने से चल रहा विरोध प्रदर्शन 22 मई को अचानक से हिंसक हो गया था. इस दौरान पुलिस फायरिंग में 13 लोगों की मौत हो गई थी.