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तमिलनाडु के सीएस राम मोहन राव से 30 लाख कैश 5 किलो सोना बरामद

राव के पास से 30 लाख रुपए के नए नोट के अलावा करोड़ों की अघोषित संपत्ति से जुड़े दस्तावेज जब्त किए गए हैं.

FP Staff

तमिलनाडु के मुख्य सचिव पी राम मोहन राव के घर और दफ्तर पर आयकर छापे की कारवाई 24 घंटे चली. बुधवार तड़के 5.30 बजे शुरू हुई यह कारवाई गुरुवार सुबह खत्म हुई. इस छापे में राव के पास से 30 लाख रुपए के नए नोट के अलावा करोड़ों की अघोषित संपत्ति से जुड़े दस्तावेज जब्त किए गए हैं.

राम मोहन राव राज्य के मुख्य सचिव होने के साथ साथ सतर्कता और प्रशासनिक सुधार आयुक्त भी है. उन्हें तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता ने लगातार दूसरी बार चुनाव जीतने के बाद छह महीने पहले ही मुख्य सचिव बनाया था.


इसके बाद राज्य सरकार ने उन्हें पद से हटा दिया है. उनकी जगह प्रधान सचिव गिरिजा वैद्यनाथन को राज्य का नया मुख्य सचिव बना दिया गया है.

अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक आयकर विभाग की कारवाई शुरू होने के कुछ देर बाद ही सीबीआई ने खनन व्यापारी जे शेखर रेड्डी को गिरफ्तार कर लिया. राम मोहन राव के रेड्डी से संबंध होने के सबूत मिलने के बाद उनके ठिकानों पर आयकर विभाग ने छापा मारा.

पिछले हफ्ते ही शेखर रेड्डी के ठिकानों पर मारे छापे में आयकर विभाग को 177 किलो सोना और 134.5 करोड़ रुपए नकद मिले थे. इनमें से 34 करोड़ रुपए नकदी नए नोटों में थी जबकि 96 करोड़ पुराने 500 और 1000 के नोट थे.

खनन व्यापारी जे शेखर रेड्डी बुधवार को सीबीआई कोर्ट में पेश किए गए. उनके पास से आयकर विभाग ने 177 किलो सोना और 134 करोड़ रुपए नगद बरामद किए थे. फोटो: पीटीआई

राव 1985 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और जयललिता के करीबी माने जाते थे. जयललिता ने उन्हें 20 आईएएस अफसरों की वरिष्ठता को दरकिनार करते हुए इस साल मई में मुख्य सचिव बनाया था.

इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर में बताया गया है कि राव के पास से जब्त 30 करोड़ रुपए 2000 के नए नोट हैं. इस आयकर छापे में राव के बेटे पी विवेक के चेन्नई में घर के साथ साथ उनके ससुराल में भी छापे मारे गए. विवेक की ससुराल आंध्र प्रदेश के चित्तूर में है.

राव के 11 ठिकानों पर छापे मारे गए. यहां से 30 लाख रुपए नकद के अलावा पांच किलो सोना और 5 करोड़ रुपए मूल्य की अघोषित आय का भी खुलासा हुआ.

द हिंदू के मुताबिक राज्य पुलिस मुख्य सचिव के निर्देश पर काम करती है. लिहाजा आयकर विभाग को सीआरपीएफ से मदद लेनी पड़ी. इस कारवाई में आयकर के सौ से ज्यादा अधिकारी शामिल थे. विभाग कारवाई में राज्य पुलिस को शामिल करने का जोखिम नहीं ले सकता था.

हिंदुस्तान टाइम्स में इसे नोटबंदी के बाद सबसे बड़ी जब्ती की जांच का नतीजा बताया है.

छापेमारी पर भड़कीं ममता

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस कदम को बदले की भावना से उठाया गया बताया है. उन्होंने कहा कि इसका तरीका गलत है.

तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ने ट्वीट कर कहा, 'पहले अरविंद केजरीवाल के प्रमुख सचिव पर छापेमारी की गई और परेशान किया गया. अब मुझे पता चला है कि तमिलनाडु के मुख्य सचिव के घर पर भी छापेमारी की गई है. प्रतिशोधात्मक, अनैतिक और तकनीकी रूप से अनुचित कार्रवाई क्यों? क्या यह केवल संघीय संरचना को अस्त-व्यस्त करने के लिए है?’

ममता ने यह जानना चाहा कि भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह और अन्य लोगों की संपत्तियों पर छापेमारी क्यों नहीं की जाती है.

ममता ने कहा कि छापेमारी से पहले तमिलनाडु के नेतृत्व को विश्वास में लिया जाना चाहिए था.

छापेमारी राव से जुड़े ठिकानों, उनके बेटे और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम के निजी सचिव रमेश के आवासों पर भी की गई.

विधानसभा में विपक्षी द्रमुक के नेता एम.के स्टालिन मुख्य सचिव को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की.

तमिलनाडु के मुख्य सचिव राम मोहन राव के सचिवालय में छापे के बाद बाहर आते आयकर विभाग के अधिकारी. फोटो: पीटीआई

द्रमुक नेता ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री को राव की जगह एक नया मुख्य सचिव तुरंत नियुक्त करना  चाहिए. उन्होंने इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री पनीरसेल्वम से सफाई भी मांगी.

इसे राज्य के लिए शर्म की बात बताते हुए पीएमके के संस्थापक एस. रामदॉस ने मुख्य सचिव को तुरंत बर्खास्त करने और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की.