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स्टरलाइट प्लांट पर तमिलनाडु सरकार ने खारिज की रामदेव और जग्‍गी वासुदेव की अपील, मिला यह जवाब

जग्‍गी वासुदेव ने पहली बार स्टरलाइट कॉपर प्लांट का बचाव किया था और कहा था कि राजनीतिक दबाव के चलते उद्योगों को बंद करना सही नहीं है

FP Staff

स्टरलाइट कॉपर प्लांट के समर्थन में दिए बयान को लेकर तमिलनाडु सरकार ने बाबा रामदेव और सदगुरु जग्गी वासुदेव पर निशाना साधा है. इन दोनों ने विवादित स्टरलाइट कॉपर प्लांट का समर्थन किया था. बाबा रावदेव ने कहा था कि विदेशी साजिश के तहत निर्दोष स्थानीय नागरिकों के द्वारा प्रदर्शन करवाया गया. जबकि सदगुरु जग्गी वासुदेव ने व्यापार के बंद होने को आर्थिक आत्महत्या करार दिया था.

एआईएडीएमके सरकार ने तमिलनाडु के तुतीकोरिन जिले में स्टरलाइट प्लांट को फिर से खोलने की इन दोनों की सलाह को ठुकरा दिया है. पिछले महीने राज्य में हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद कॉपर प्लांट बंद कर दिया गया था. पुलिस की गोलीबारी के चलते 13 लोगों की मौत हो गई थी.


तमिलनाडु के मत्स्यपालन मंत्री डी जयकुमार ने गुरुवार को कहा, 'स्टरलाइट प्लांट दोबारा नहीं खुलेगा. हमने इस पर पहले ही ठोस फैसला ले लिया है. हम रामदेव या सदगुरु के विचारों की परवाह नहीं करते. प्लांट को स्थायी रूप से बंद किया जा चुका है. इस पर हम कोई पुनर्विचार नहीं करेंगे.'

इसके जवाब में जग्गी वासुदेव ने कहा, 'मैंने इंडस्ट्री को दोबारा खोले जाने की वकालत नहीं की है. सबसे पहले तो ये सरकार को तय करना है कि किसी तरह का उल्लंघन न हो, कानून व्यवस्था बनी रहे. ये कोई तरीका नहीं है को लोगों को सड़कों पर लाया जाय और जब हालात नियंत्रण में न आए तो उन्हें मार दिया जाए. यह आजादी से पहले का भारत नहीं है, यह अब 21 वीं का देश है.'

न्यूज़18 से बात करते हुए जग्‍गी वासुदेव ने पहली बार स्टरलाइट कॉपर प्लांट का बचाव किया था और कहा था कि राजनीतिक दबाव के चलते उद्योगों को बंद करना सही नहीं है. बाद में इसको लेकर उन्होंने ट्वीट भी किया और लिखा, 'मैं कॉपर स्मेल्टिंग का विशेषज्ञ नहीं हूं लेकिन मैं जानता हूं कि भारत में तांबे का काफी उपयोग है. अगर हम खुद से इसका उत्पादन नहीं करेंगे तो निश्चित रूप से हमें इसे चीन से खरीदना होगा. पर्यावरण संबंधी उल्लंघन को कानूनी तौर पर निपटाया जा सकता . इस तरह बड़े व्यवसाय का खात्मा आर्थिक आत्महत्या है.'

इससे पहले बाबा रामदेव ने वेदांता स्टरलाइट कॉपर यूनिट का समर्थन किया था. उन्होंने लंदन में वेदांता रिसोर्सेज के मालिक अनिल अग्रवाल से मुलाकात कर उनकी तारीफ की थी. बाद में रामदेव ने ट्विटर पर अग्रवाल से मुलाकात की फोटो पोस्ट करते हुए लिखा था, 'दक्षिण भारत में वेदांता के एक प्लांट में विदेशी साजिश के तहत निर्दोष स्थानीय नागरिकों के द्वारा प्रदर्शन करवाया गया. उद्योग राष्ट्र के विकास का मंदिर होता है. इन्हें बंद नहीं किया जाना चाहिए.'

आपको बता दें कि तमिलनाडु के तूतीकोरिन में वेदांता स्टरलाइट कॉपर यूनिट के खिलाफ लोगों ने प्रदर्शन किया था. प्रदर्शन के दौरान पुलिस फायरिंग में 13 लोगों की मौत हो गई थी.

(न्यूज़18 के लिए पुर्णिमा मुरली की रिपोर्ट)