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गवर्नर के मानहानि के आरोप में तमिल जर्नलिस्ट नक्कीरन गोपाल गिरफ्तार, कोर्ट ने किया बरी

संपादक की मैगजीन के वेबसाइट पर दावा किया गया है कि राज भवन की शिकायत पर गोपाल को गिरफ्तार किया गया है

FP Staff

एक तमिल साप्ताहिक पत्रिका के संपादक को मंगलवार को गिरफ्तार किया गया. तमिल मैगजीन 'नक्कीरन' के संपादक नक्कीरन गोपाल पर तमिलनाडु के गवर्नर की मानहानि का आरोप लगा है. उन्हें दोपहर में मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट कोर्ट के सामने पेश किया गया, जहां कोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया.

वरिष्ठ पत्रकार आर. गोपाल को पुलिस ने चेन्नई एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया. वो पुणे जा रहे थे.


द हिंदू की खबर के मुताबिक, पुलिस सूत्रों का कहना था कि उन्हें दो अलग मामलों में कस्टडी में लिया जा सकता है. लेकिन कोर्ट ने नक्कीरन को न्यायिक हिरासत में लेने की याचिका खारिज कर दी.

नक्कीरन ने कोर्ट से निकलने के बाद फैसले पर खुशी जताई और कहा कि ये बिना रीढ़ के हड्डी की तमिलनाडु की सरकार ने राज्यपाल के इशारे पर उन्हें गिरफ्तार किया गया था.

संपादक की मैगजीन के वेबसाइट पर दावा किया गया है कि राज भवन की शिकायत पर गोपाल को गिरफ्तार किया गया है. यह शिकायत विरूधुनगर स्थित एक निजी कॉलेज की सहायक प्रोफेसर निर्मला देवी के संबंध में एक लेख को लेकर थी. निर्मला देवी को अधिकारियों की यौन तुष्टि के लिए छात्राओं को कथित रूप से उकसाने के आरोप में गिरफ्तार किया जा चुका है. नक्कीरन ने इसका संबंध तमिलनाडु के गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित से जोड़ा था.

गोपाल की गिरफ्तारी के कारणों पर पुलिस अधिकारियों ने गिरफ्तारी के बाद कुछ नहीं कहा था. पुलिस ने ये भी साफ नहीं किया कि नक्कीरन के खिलाफ किसकी शिकायत के बाद कार्रवाई की गई है.

नक्कीरन गोपाल को पूछताछ के लिए चिंताद्रिपेट पुलिस स्टेशन ले जाया गया जहां से उन्हें कोर्ट ले जाया गया. इसी बीच नक्कीरन गोपाल से मिलने के लिए पुलिस स्टेशन के सामने प्रदर्शन कर रहे एमडीएमके के महासचिव वाइको को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.