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भले ही मुझे 'एंटी नेशनल' कहा जाए लेकिन शांति के लिए पाक से बातचीत जरूरी: महबूबा

उन्होंने साथ ही कहा कि टीवी चैनलों द्वारा उनकी इस अपील को 'राष्ट्र विरोधी' करार दिया जाएगा

FP Staff

जम्मू एवं कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने सोमवार को भारत-पाकिस्तान वार्ता की जरूरत पर जोर दिया. उन्होंने साथ ही कहा कि टीवी चैनलों द्वारा उनकी इस अपील को 'राष्ट्र विरोधी' करार दिया जाएगा. महबूबा मुफ्ती ने अंग्रेजी और उर्दू में ट्वीट करके पाकिस्तान के साथ बातचीत की हिमायत की है.

महबूबा ने ट्वीट किया, 'अगर हम (राज्य में) रक्तपात बंद करना चाहते हैं तो पाकिस्तान के साथ वार्ता जरूरी है. मुझे पता है कि आज रात समाचार एंकरों द्वारा मुझे राष्ट्र विरोधी बताया जाएगा लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. जम्मू एवं कश्मीर के लोग खामियाजा भुगत रहे हैं. हमें बात करनी चाहिए क्योंकि युद्ध कोई विकल्प नहीं है.'


महबूबा ने जम्‍मू कश्‍मीर विधानसभा में कहा, 'हमने पाकिस्‍तान के साथ जितने भी युद्ध लड़ें हैं वे सभी जीते हैं लेकिन फिर भी बातचीत के अलावा और कोई रास्‍ता नहीं है. कब त‍क हमारे जवान और नागरिक मरते रहेंगे. सोचकर हैरान हूं कि यदि अटलजी आज बस से लाहौर जाते और बातचीत के बारे में बात करते तो उन्‍हें कुछ मीडिया वाले क्‍या कहते. दुर्भाग्‍य की बात है कि कुछ मीडिया वालों ने ऐसा माहौल बना दिया है कि यदि हम बातचीत करते हैं तो हमें देश विरोधी बना दिया जाता है.'

महबूबा मुफ्ती के बयान की प्रतिक्रिया में बीजेपी के महासचिव राम माधव ने CNN-News18 को बताया, 'आतंकवाद और बातचीत साथ-साथ कैसे चल सकते हैं. आतंकवाद रोकना होगा. भारत कभी भी बातचीत से भागा नहीं है.'

मुख्यमंत्री की यह अपील राज्य में आतंकवादी गतिविधियों के बढ़ने के साथ ही भारतीय और पाकिस्तानी सेनाओं के बीच सीमा पर लगातार जारी संघर्ष के बीच आई है.

सेना ने सोमवार को बताया कि उसके सुंजवान कैंप में खोज अभियान अभी जारी है. इस शिविर पर जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों ने हमला किया था जिसमें 5 सैनिकों सहित कुछ 6 लोग मारे गए. कैंप के भीतर सेना की जवाबी कार्रवाई में हमले में शामिल जैश-ए-मोहम्मद के तीन संदिग्ध आतंकवादी मारे गए और उनके कब्जे से भारी मात्रा में हथियार बरामद हुआ है.

इससे पहले सोमवार को जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में भी आतंकवादियों ने एक सीआरपीएफ कैंप को निशाना बनाने की कोशिश की है. लेकिन जवानों की चौकसी ने इस आतंकी हमले की साजिश को नाकाम कर दिया.

बताया जा रहा है कि सोमवार तड़के साढ़े 4 बजे दो आतंकवादी ए के 47 से भरे बैग लेकर करण नगर स्थित सीआरपीएफ कैंप में घुसने की कोशिश कर रहे थे, इस दौरान वहां तैनात संतरी ने उन्हें देख लिया और उनपर फायरिंग की. जिसके बाद दोनों आतंकवादी गोलियां चलाते हुए वहां से भाग गए. फरार दोनों आतंकवादियों की तलाश के लिए पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. बताया जा रहा है कि ये दोनों कैंप के बाहर स्थित एक बिल्डिंग में छिपे हुए हैं. सुरक्षाबलों ने उस बिल्डिंग को घेर लिया है. जवानों और आतंकवादियों के बीच गोलीबारी जारी है. इस मुठभेड़ में आतंकियों की गोली से घायल हुए एक जवान के शहीद होने की खबर है.