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बाबरी एक्शन कमेटी के नेता सैयद शहाबुद्दीन का निधन

सैयद शहाबुद्दीन ने बाबरी मस्जिद गिराए जाने का मजबूती से विरोध किया था

FP Staff

बाबरी मस्जिद एक्शन कमिटी के नेता सैयद शहाबुद्दीन की शनिवार को मृत्यु हो गई. रिपोर्ट्स के अनुसार वह लंबे समय से नोएडा के अस्पताल में भर्ती थे. वह 82 वर्ष के थे.

अपने कार्यकाल में शाह बानो केस और बाबरी मस्जिद गिराए जाने के मामले में उसका विरोध करने में उनकी मुख्य भूमिका रही है. उन्होंने भारतीय विदेश सेवा से शुरुआत की थी और सांसद भी रह चुके थे.


उनका जन्म 1935 में रांची में हुआ था. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत भारतीय विदेश सेवा में की डिप्लोमेसी से की है. बाद में उन्होंने अपना कदम राजनीति की तरफ बढ़ाया और 1979 से 1996 तक लगातार तीन बार सांसद रहे. वह भारत विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव भी रह चुके हैं. 1989 में उन्होंने 'इंसाफ पार्टी' की स्थापना की थी.

सैयद शहाबुद्दीन को बाबरी मस्जिद विध्वंस केस के मुख्य विपक्षी के तौर पर जाना जाता है. शाह बानो केस में भी उन्होंने मुस्लमानों के पक्ष को बखूबी तौर से रखा. वह 2004 और 2007 में ऑल इंडिया मुस्लिम मजलिस-ए-मुशावरत के अध्यक्ष भी रहे. उन्होंने कई मुस्लिम संस्थानों में भी अपना योगदान दिया. वह लंबे समय से सक्रिय राजनीति से दूर थे.