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2014 में इराक में अगवा 39 भारतीय आईएस के जेल में हो सकते हैं: सुषमा

सुषमा ने अगवा लोगों के परिवार के सदस्यों को विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह द्वारा जुटाई गई सूचना से अवगत कराया

Bhasha

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आशंका व्यक्त की है कि इराक में तीन साल पहले अगवा किए गए 39 भारतीय उत्तर पश्चिम मोसुल के बादुश स्थित एक जेल में होंगे. उन्होंने कहा कि उनके इराक के विदेश मंत्री 24 जुलाई को भारत की यात्रा पर आने पर उन लोगों के बारे में ताजा जानकारी दे सकते हैं.

सुषमा ने अगवा लोगों के परिवार के सदस्यों को विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह द्वारा जुटाई गई सूचना से अवगत कराया. अगवा हुए ज्यादातर लोग पंजाब के रहने वाले हैं. आतंकी संगठन आईएसआईएस से मोसुल के मुक्त होने के बारे में इराकी प्रधानमंत्री के ऐलान के बाद सिंह को इस खाड़ी देश में भेजा गया था.


मोसुल के बादुश जेल में हो सकते हैं भारतीय 

सुषमा ने रविवार को बताया कि एक अधिकारी ने खुफिया सूत्रों के हवाले से सिंह को बताया है कि भारतीयों को एक अस्पताल के निर्माण स्थल पर तैनात किया गया था और उसके बाद उन्हें एक खेत में ले जाया गया. इसके बाद उन्हें पश्चिम मोसुल के बादुश जेल ले जाया गया जहां आईएसआईएस और इराकी बलों के बीच लड़ाई चल रही है.

विदेश राज्य मंत्री सिंह और एमजे अकबर तथा वरिष्ठ अधिकारी भी अगवा लोगों के परिवार के सदस्यों के साथ बैठक में मौजूद थे.

सुषमा ने कहा कि इराकी विदेश मंत्री इब्राहिम अल जाफरी के 24 जुलाई को भारत की यात्रा का कार्यक्रम है और वह लापता लोगों के बारे में ताजा सूचना ला सकते हैं.

उन्होंने कहा कि पूर्वी मोसुल को आईएसआईएस से पूरी तरह से मुक्त कराया चुका है और अब इमारतों का मुआयना किया जा रहा है. अधिकारी नागरिकों को वहां जाने की इजाजत नहीं दे रहे हैं क्योंकि वहां बम और अन्य विस्फोटक चीजें हो सकती हैं.

उन्होंने कहा कि पश्चिम मोसुल में लड़ाई अब भी चल रही है.

सुषमा ने संवाददाताओं से कहा, ‘एक अधिकारी ने खुफिया सूत्रों के हवाले से जनरल सिंह को बताया कि उन लोगों को एक अस्पताल निर्माण स्थल पर तैनात किया गया था और इसके बाद एक खेत में ले जाया गया. वहां से उन्हें बादुश स्थित जेल भेज दिया गया. उसके बाद से कोई सूचना नहीं है.’ उन्होंने कहा कि बादुश में लड़ाई खत्म हो जाने के बाद कोई ताजा सूचना मिल पाएगी.

सुषमा ने कहा कि उन्होंने क्षेत्र में सभी देशों के विदेश मंत्रियों से बात की है जिससे भारत को उन लोगों का पता लगाने में मदद मिल सकती है.

फिर से इराक जा सकते हैं वीके सिंह 

विदेश मंत्री ने अपने इराकी समकक्ष को एक पत्र लिखा है और इसे सिंह ने बगदाद में उन्हें सौंपा. सिंह इराक से शनिवार को लौटे हैं. उन्होंने कहा कि यदि जरूरत पड़ी तो सिंह फिर से इराक का दौरा करेंगे.

सुषमा ने कहा, ‘हमने इराक में अगवा हुए सभी लोगों के परिवार के सदस्यों से मुलाकात की. मैं पहले भी उन लोगों से 10 या 12 बार मिल चुकी हूं लेकिन इस बार स्थिति अलग है क्योंकि इराकी प्रधानमंत्री ने मोसुल के आईएसआईएस के कब्जे से मुक्त होने की घोषणा की है. उसी दिन मैंने वीके सिंह से इराक जाने और भारतीयों के बारे में ब्यौरा जुटाने को कहा था.’

जून 2014 में आईएसआईस ने मोसुल में भारतीयों को अगवा कर लिया था. इस बीच, जालंधर से प्राप्त खबर के मुताबिक इस्लामिक स्टेट द्वारा बंधक बनाए गए 39 भारतीयों में से 27 के परिजनों ने दिल्ली में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से आज मुलाकात की.

मुलाकात के बाद बंधकों में शामिल पंजाब के कपूरथला जिले के गोविंदर सिंह के भाई देविंदर सिंह ने भाषा को बताया, हमलोगों ने रविवार को 12 वीं बार विदेश मंत्री से इस मामले में मुलाकात की है. हर बार हमें यही कहा जाता रहा है कि वे जीवित हैं और छुड़ाने की कोशिश की जा रही है.

विदेश मंत्री के हवाले से देविंदर ने कहा, इराक के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने खुफिया सूचना के आधार पर सिंह को बताया कि आईएस ने सभी भारतीयों को बादुश स्थित जेल में भेज दिया है जो मोसूल से करीब 20 किलोमीटर दूर है.

देवेंदर ने बताया कि सुषमा ने उन्हें आश्वासन दिया है कि आईएस के कब्जे से बंधकों को बाहर निकालना थोडा मुश्किल जरूर है लेकिन हमारा प्रयास जारी है और उन्हें छुडाने में कम से कम तीन -चार महीने का समय लग सकता है.

उन्होंने बताया कि विदेश मंत्रालय से हमें फोन आया था कि मंत्री हम लोगों से बंधकों के बारे में जानकारी साझा करना चाहती हैं.