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विवादों को सुलझाने के लिए CJI से मिले सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष

बार काउंसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष मनन कुमार मिश्रा ने कहा है कि हमें बताया गया है कि कोई संकट नहीं है, यह एक आंतरिक मामला है, जिसे शीघ्र ही सुलझा लिया जाएगा

FP Staff

सुप्रीम कोर्ट के 4 वरिष्ठ जजों और चीफ जस्टिस के बीच छिड़े विवाद को सुलझाने की तमाम कोशिशें जारी हैं. सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विकास सिंह ने चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा से मुलाकात की.

इससे पहले बार काउंसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष मनन कुमार मिश्रा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने रविवार सुबह जस्टिस चेलमेश्वर से उनके आवास पर मुलाकात की. इस प्रतिनिधिमंडल के अलावा जस्टिस नागेश्वर राव और जस्टिस एसए भोबडे ने भी जस्टिस चेलमेश्वर से मुलाकात की.

बार काउंसिल ऑफ इंडिया के प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों की जस्टिस चेलमेश्वर से मुलाकात लगभग एक घंटे तक चली. इस मुलाकात के दौरान क्या बातचीत हुई इसकी जानकारी काउंसिल के सदस्यों ने नहीं दी है. मीडिया के सवालों पर सदस्यों ने कहा कि वे चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा और नाराज चल रहे 3 और सदस्यों से मुलाकात के बाद शाम में मीडिया से इस बारे में बात करेंगे.

इसी बीच बार काउंसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष मनन कुमार मिश्रा ने कहा है कि हमें बताया गया है कि कोई संकट नहीं है. यह एक आंतरिक मामला है, जिसे शीघ्र ही सुलझा लिया जाएगा. मुझे यकीन है कि समाधान 2-3 दिनों में निकल जाएगा.

वहीं रिटायर्ड जस्टिस आर.एस. सोढ़ी ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट की विश्वसनीयता को चोट पहुंची है. इसे फिर से बहाल किए जाने की जरूरत है. सभी जज बेहद समझदार हैं, लेकिन यह कहना कि सभी केस हमें ही मिलने चाहिए और दूसरे लोगों को नहीं मिलने चाहिए, यह गलत है. ये क्या रेवड़ी बंट रही है.

बार कांउसिल के सदस्यों ने जस्टिस कुरियन जोसेफ और शरद अरविंद जोसेफ से भी मुलाकात की.

बता दें कि 12 जनवरी को एक अभूतपूर्व कदम के तहत न्यायमूर्ति चेलमेश्वर, न्यायमूर्ति रंजन गोगोई, न्यायमूर्ति मदन बी लोकुर और न्यायमूर्ति कुरियन जोसेफ ने एक तरह से प्रधान न्यायाधीश के खिलाफ बगावत कर दी थी. उन्होंने मामलों को आवंटित करने समेत कई समस्याएं गिनाईं थीं.