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चार्जशीट से नाराज शशि थरूर ने ट्विटर से लिया ब्रेक

चार्जशीट पर दो ट्वीट करके शशि थरूर ने कहा था कि सुनंदा को जानने वाला कोई इस बात पर भरोसा नहीं करेगा कि वह खुदकुशी कर सकती है

FP Staff

14 मई सोमवार का दिन शशि थरूर के लिए काफी भारी रहा. दिल्ली पुलिस ने चार साल तक चली लंबी जांच के बाद चार्जशीट दाखिल की, जिसमें संदिग्ध आरोपी के तौर पर शशि थरूर का नाम भा शामिल है. इस चार्जशीट पर जवाब देते हुए थरूर ने दो ट्वीट किए. लेकिन रात होते-होते उन्होंने एक और ट्वीट कर दिया. यह ट्वीट चार्जशीट से जुड़ी नहीं थी बल्कि ट्विटर से विदा होने का संदेश था.

थरूर ने ट्वीटर से ब्रेक लेने संबंधी जो ट्वीट किया है, उसमें Epicaricacy शब्द का इस्तेमाल किया है. हर बार अंग्रेजी के भारीभरकम शब्दों के इस्तेमाल पर खबरों में आने वाले थरूर ने Epicaricacy शब्द का मतलब भी बता दिया है. इस शब्द का मतलब होता है दूसरों की बदकिस्मती से खुशी हासिल करना.

इससे दो अन्य ट्वीट्स में, थरूर ने पुलिस की ओर से दाखिल किए गए आरोप पत्र की निंदा की. थरूर ने लिखा है कि, अतर्कसंगत आरोपपत्र दाखिल किए जाने पर मैंने ध्यान दिया है. उन्होंने कहा कि वह इसके खिलाफ 'जोरदार तरीके से लड़ेंगे.'

उन्होंने लिखा कि, सुनंदा को जानने वाला कोई भी नहीं मानेगा कि वह आत्महत्या कर सकती है. थरूर ने लिखा कि, अगर 'चार साल से ज्यादा समय बाद जांच इस निष्कर्ष पर पहुंची है' तो यह 'दिल्ली पुलिस की पद्धतियों को अच्छा नहीं बताती है.' उन्होंने लिखा कि, 'साल 2017 के अक्टूबर में कानून अधिकारी ने दिल्ली उच्च न्यायालय में बयान में कहा था कि उन्होंने किसी के खिलाफ कुछ भी नहीं पाया है और अब छह महीने बाद कहते हैं कि मैंने आत्महत्या के लिए उकसाया है. यह विश्वास करने लायक नहीं है'.