कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (माकपा) ने तमिलनाडु के तूतीकोरिन में स्टरलाइट कॉपर संयंत्र का विरोध कर रहे लोगों पर पुलिस की गोलीबारी की कड़ी निंदा करते हुए सरकार से यह संयंत्र बंद करने की मांग की है. मंगलवार को पुलिस की हुई इस गोलीबारी में दस प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई थी.
सीपीएम पोलित ब्यूरो ने कहा कि इस घटना में पुलिस की बर्बरता का अंदाज इसी बात से लगाया जा सकता है कि गोलीबारी के शिकार हुए मृतकों और घायलों के माथे और चेहरे पर गोली मारी गई. पार्टी ने कहा कि संयत्र के कारण हवा, पानी और जमीन के प्रदूषण पर जताई गई चिंताओं के बारे में राज्य सरकार से वाजिब प्रतिक्रिया नहीं मिलने पर स्थानीय लोगों को विरोध प्रदर्शन करना पड़ा.
सीपीएम ने इस संयत्र को तत्काल स्थायी रूप से बंद करने की मांग करते हुए कहा कि इस नृशंस कार्रवाई में शामिल लोगों की जिम्मेदारी तय करते हुए उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करना चाहिए. पार्टी ने इस घटना की जांच मद्रास हाईकोर्ट के किसी जज से कराने की भी मांग की.
बता दें कि तमिलनाडु सरकार ने इस घटना की जांच के लिए बुधवार को हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज अरुणा जगदीशन की अध्यक्षता में एक सदस्यीय आयोग का गठन किया है. हालांकि सरकार की तरफ से आयोग के लिए जांच की समयसीमा के निर्धारण का जिक्र नहीं किया गया है.
तूतीकोरिन में स्टरलाइट कॉपर कंपनी का स्थानीय लोग विरोध कर रहे हैं. स्थानीय लोगों और पर्यावरणीय अधिकारों की रक्षा करने वाले समूहों का कहना है कि इस प्लांट की वजह से ग्राउंड वॉटर और वायु प्रदूषित हो रहा है. ये कंपनी कॉपर का खनन करती है. प्लांट की यूनिट में एक स्मेल्टर, एक रिफायनरी, एक फास्फोरस एसिड प्लांट, एक कॉपर रॉड प्लांट और तीन कैप्टिव पावर प्लांट शामिल हैं.