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सोलन: ठियोग हादसे के बाद भी नहीं संभला प्रशासन, कभी भी गिर सकते हैं मकान

प्रशासन का कहना है कि इलाका असुरक्षित मकानों से मुक्त है और ठियोग घटना जैसी कोई आशंका नहीं है.

FP Staff

हिमाचल के सोलन शहर में कई ऐसे मकान हैं, जो तेज आंधी-तूफान या भारी बारिश से पलभर में ताश के पत्तों की तरह ढह जाएंगे. लेकिन, विडंबना है कि ऐसे ही भवनों में कई लोग जान जोखिम में डाल रह रहे हैं.

आश्चर्य की बात है कि जिला प्रशासन सोलन ऐसे भवनों की मौजूदगी के बाद भी क्षेत्र को असुरक्षित भवनों से मुक्त बता रहा है. प्रशासन का कहना है कि शहर के अधिकतर पुराने मकान थे जो असुरक्षित थे, लेकिन अब लोगों ने उन्हें तोड़कर नए घर बना लिए हैं. शहर अब असुरक्षित मकानों से मुक्त हो चुके हैं.


हालांकि, सच्चाई कुछ और ही है. जिला मुख्यालय के आसपास भीड़-भाड़ वाले इलाके में ऐसे कई मकान हैं, जो अब भी असुरक्षित हैं. यह कभी भी तेज हवाओं और बारिश की भेंट चढ़ सकते हैं. ठियोग में हुए हादसे के बाद भी जिला प्रशासन सोलन सतर्क नहीं हुआ है. हैरानी की बात है कि ऐसे हादसा होने के बाद भी सोलन में कोई हलचल नहीं हुई है.

इस बारे में जब नगर परिषद के अध्यक्ष दवेंद्र ठाकुर से पूछा गया तो उन्होंने पल्ला झाड़ते हुए यही दलील दी कि जो मकान सोलन में असुरक्षित हैं उन भवनों में ज्यादातर किराएदार बैठे हैं और कम किराए की वजह से वे मकान खाली नहीं कर रहे हैॆ और कइयों के मामले न्यायलय में विचाराधीन हैं.