समाजसेवी अन्ना हजारे लोकपाल गठन को लेकर आज यानी बुधवार से फिर अनशन पर बैठने वाले हैं. इस बार अन्ना यह अनशन अपने गांव रालेगण सिद्धि में करेंगे.
मंगलवार को उन्होंने कहा, 'कल (बुधवार) मैं सुबह 10 बजे, मेरे गांव रालेगण सिद्धि में अनशन पर बैठ रहा हूं. यह मेरा अनशन किसी व्यक्ति, पक्ष, पार्टी के खिलाफ में नहीं है. समाज और देश की भलाई के लिए बार-बार मैं आंदोलन करता आया हूं, यह भी उसी प्रकार का आंदोलन है.'
81 वर्षीय अन्ना ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम, 2013 को लागू नहीं किया गया है. उन्होंने कहा, 'लोकपाल कानून बने पांच साल हो गए और नरेंद्र मोदी सरकार पांच साल बाद, बार-बार बहानेबाजी करती है. यह सरकार के दिल में अगर होते तो क्या पांच साल लगना जरूरी था?'
बता दें कि बीते आठ वर्षों में लोकपाल की मांग को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे तीसरी बार भूख हड़ताल पर बैठने वाले हैं. इसे लेकर अगस्त 2011 में सबसे पहली बार उन्होंने सिविल सोसाइटी सदस्यों और समूह का नेतृत्व करते हुए दिल्ली के रामलीला मैदान में अनशन किया था. उनके आंदोलन को देश भर में भारी जनसमर्थन मिला था और इससे तत्कालीन यूपीए सरकार हिल गई थी.