देश के छह और हवाईअड्डों पर हैंड बैग पर टैग लगाने का झंझट खत्म हो सकता है. एक अप्रैल से देश के सात बड़े एयरपोर्ट पर यह सुविधा मिल रही है.
देश के 59 असैन्य हवाईअड्डों की सुरक्षा संभाल रहे केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल सीआईएसएफ ने रविवार को चेन्नई, पटना, गुवाहाटी, तिरवनंतपुरम, जयपुर और लखनऊ के हवाईअड्डों पर नई व्यवस्था के तहत सप्ताह भर के परीक्षण की शुरुआत की.
सीआईएसएफ ने एक अप्रैल से दिल्ली, मुंबई, कोचीन, बेंगलुरू, हैदराबाद, कोलकाता और अहमदाबाद में इस तरह की प्रणाली को पहले ही समाप्त कर दिया है.
30 अप्रैल तक होगा परिक्षण समाप्त
सीआईएसएफ के महानिदेशक ओ.पी.सिंह ने कहा, ‘इन छह हवाईअड्डों पर सप्ताह भर का परीक्षण 30 अप्रैल को समाप्त होगा. हम परिणाम और आंकलन के आधार पर निर्णय लेंगे.’ उन्होंने कहा, ‘अगर सभी सुरक्षा संबंधी मुद्दों पर संतुष्टि होती है तो हम इन छह विमानपत्तनों पर भी बहुत जल्द हैंड बैगेज पर टैग पर स्टांप नहीं लगाने की नई व्यवस्था शुरू करेंगे.’
इस परीक्षण अवधि के दौरान इन छह हवाईअड्डों पर पर्याप्त सुरक्षा उपकरण और साजो-सामान प्रदान किए गए हैं ताकि यात्रियों के साथ जाने वाले सामान पर स्टांप लगे टैग नहीं लगाने की स्थिति में सुरक्षा पूरी तरह पुख्ता रहे.
हैंड बैगेज पर लगे टैग से मिली मुक्ती
हैंड बैगेज पर स्टांप लगा हुआ टैग लगाकर सुरक्षाकर्मी इस बात से आश्वस्त होते हैं कि यात्री के साथ विमान में कोई हथियार या गोलाबारूद जैसी सामग्री नहीं जाए.
अब सात हवाईअड्डों पर स्मार्ट कैमरे लगाकर और सुरक्षा सामग्री में बदलाव कर इसी उद्देश्य की प्राप्ति की जा रही है.
हैंड बैगेज पर टैग पर स्टांप लगाने के चलन को लेकर यात्रियों की शिकायतें भी आती रहीं हैं.
इनमें कहा जाता है कि इससे परेशानी होती है और समय लगता है. किसी स्थिति में अगर वह टैग पर स्टांप लगवाना भूल जाते हैं तो उन्हें लौटकर ऐसा करने के लिए कहा जाता है.