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बुखारी की हत्या में ISI का हाथ, सेना के अधिकारी ने किया दावा

जेओसी लेफ्टिनेंट जनरल अनिल भट्ट ने बताया कि पत्रकार की हत्या में आईएसआई का हाथ है

FP Staff

श्रीनगर में वरिष्ठ पत्रकार शुजात बुखारी और उनके दो सुरक्षाकर्मियों की गुरुवार को हुई हत्या के मामले में भारतीय सेना के एक अधिकारी ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. उन्होंने इस हत्या के पीछे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ बताया है.

इंडिया टीवी को दिए इंटरव्यू में जेओसी लेफ्टिनेंट जनरल अनिल भट्ट ने बताया कि पत्रकार की हत्या में आईएसआई का हाथ है. जम्मू-कश्मीर पुलिस ने दो फोटो भी जारी किए हैं. पुलिस को इन दोनों शख्स पर शुजात बुखारी की हत्या करने का शक है.


पुलिस ने बताया कि तीन आतंकी सीसीटीवी में दिखाई दिए थे लेकिन हमलावरों ने अपना चेहरा छुपा रखा था. जनरल भट्ट ने सेना के जवान औरंगजेब की हत्या की भी निंदा की. उन्होंने बताया कि सीमापार 250 से 270 आतंकी घुसपैठ करने की तैयारी कर रहे हैं.

जनरल ने यह भी बताया कि पिछले तीन महीने में आतंकियों की संख्या में इजाफा हुआ है और पाकिस्तान आतंकियों को हथियार समेत थर्मल जैकेट भी उपलब्ध करवा रहा है. उन्होंने कहा कि भारतीय सेना किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है.

गौरतलब है कि गुरुवार को कश्मीर के नामी पत्रकार-संपादक शुजात बुखारी की दहशतगर्दों ने हत्या कर दी थी. वे 'राइजिंग कश्मीर' अखबार के संपादक थे.

मामला अकेला शुजात बुखारी का नहीं है और न ही 'राइजिंग कश्मीर' का है. पूरे देश के आंकड़े खंगालें तो यह नंगा सच सामने आएगा कि पत्रकार काफी मुश्किल हालातों में काम करते हैं और उन्हें अपनी बुलंद आवाज की कीमत अपने लहू से चुकानी पड़ती है.

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़े बताते हैं कि 2015 से लेकर 2017 तक पत्रकारों पर तकरीबन 142 हमले हुए. इससे भी गंभीर मसला यह है कि 1992 से लेकर 2016 तक देश में लगभग 70 पत्रकारों की हत्या कर दी गई. इनमें ज्यादातर स्वतंत्र पत्रकार थे जिन्हें या तो घर के बाहर या उनके दफ्तर में मार दिया गया.