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शिमला में पानी की कीमतों में 10 फीसदी की बढ़ोतरी, जानिए नई दरें

यदि कोई घरेलू उपभोक्ता कॉमर्शियल गतिविधियों के लिए पानी को प्रयोग करता हुआ पाया जाता है तो उसके उपर 10 हजार रुपए की पैनल्टी का प्रावधान भी रखा गया है

FP Staff

हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला अब भी पेयजल संकट से बाहर नहीं निकली है. कई क्षेत्रों में समस्या है, लेकिन नगर निगम को पानी की दरों में दस फीसदी बढ़ोतरी कर दी. दरों में वृद्धि के लिए निगम ने मंगलवार को विशेष सदन बुलाया था.

इसमें पार्षदों ने सहमति जताते हुए 10 फीसदी पानी की दरों को बढ़ाने का समर्थन किया. नगर ने पहली बार अपने प्रस्ताव में फ्री पानी देने का प्रावधान भी किया था. हालांकि, इसका सभी पार्षदों ने खुलकर विरोध किया.


इतने लीटर पानी पर नहीं आएगा बिल

नए टैरिफ स्लैब में अगर कोई परिवार महीने में 3000 लीटर पानी का ही इस्तेमाल करते हैं तो उसे बिल अदा नहीं करना होगा. घरेलू उपभोक्ता से महीने में 3 हजार से 20000 लीटर तक पानी इस्तेमाल करने पर 14.50 रुपये प्रति हजार लीटर की दर से बिल वसूला जाएगा. 20 से 30 हजार लीटर पानी का इस्तेमाल करने पर 25 रुपए और तीस हजार लीटर से ज्यादा पानी महीने में इस्तेमाल करने पर तीस रुपए प्रति हजार लीटर से बिल दिया जाएगा.

कॉमर्शियल गतिविधियों में पानी के इस्तेमाल पर जुर्माना

अगर कोई घरेलू उपभोक्ता कॉमर्शियल गतिविधियों के लिए पानी को प्रयोग करता हुआ पाया जाता है तो उसके ऊपर 10 हजार रुपए की पैनल्टी का प्रावधान भी रखा गया है.

भले ही निगम पानी के दरों में 10 फीसदी की बढ़ोतरी कर सरकार के पाले में गेंद फेंक दी ही, लेकिन सरकार की अधिसूचना के अनुसार, पानी की दरों में हर साल होने वाली 10 फीसदी बढ़ोतरी निगम अप्रैल से जनता से बसूल करेगी.

निगम की ओर से तैयार प्रस्ताव के अनुसार पांच श्रेणियों में पानी के बिलों का वितरण किया जाएगा. प्रशासन की ओर से अब सॉफ्टवेयर की खामियों को दूर करने के बाद मीटर रीडिंग के आधार पर बिल दिए जाएंगे.

शिमला में 31 हजार उपभोक्ता

शिमला शहर में 31 हजार के करीब पानी के उपभोक्ता हैं, इनमें 7 हजार के करीब कामर्शियल, जबकि 24 हजार उपभोक्ता घरेलू हैं. शहर में मीटरिंग का काम पूरा न होने की वजह से निगम प्रशासन ज्यादातर घरेलू उपभोक्ताओं को फ्लैट रेट के आधार पर पानी के बिल देता है.

कॉमर्शियल उपभोक्ताओं को मीटर रीडिंग के आधार पर पानी का बिल चुकाना पड़ता है. जिन उपभोक्ताओं के पानी के मीटर खराब हैं, उनसे भी नगर निगम प्रशासन फ्लैट रेट के आधार पर बिलों की बसूली करता है. शहर में लगभग 23 हजार पानी के नए मीटर लगाने का काम पूरा कर लिया गया है.

निगम परिधि के अंदर के घरेलू उपभोक्ता

पानी की मात्रा दरें

- 0 से 3 हजार लीटर 0

- 3 से 20 हजार लीटर 14.50 प्रति हजार लीटर

- 20 से 30 हजार लीटर 20 रुपए प्रति हजार लीटर

- 30 हजार से उपर 30 रुपए प्रति हजार लीटर

- मेंटेनेंस चार्जिज 50 रुपए प्रति माह

निगम की परिधि से बाहर

- 0 से 3 हजार लीटर 0

- 3 से 20 हजार लीटर 29 रुपए प्रति हजार लीटर

- 20 से 30 हजार लीटर 40 रुपए प्रति हजार लीटर

- 30 से ऊपर 60 रुपए प्रति हजार लीटर

- मैंटेनेंस चार्जिज 100 रुपए प्रति माह

निगम परिधि के अंदर और बाहर की व्यवासायिक दरें

- 0 से 20 हजार लीटर 29 रुपए प्रति हजार लीटर

- 20 से 30 हजार लीटर 63 रुपए प्रति हजार लीटर

- 30 से ऊपर 115 रुपए प्रति हजार लीटर

- मैंटेनेंस चार्जिज 20 रुपए प्रति माह लीटर

कॉमर्शियल, होटल और रेस्टोरेंट

- 0 से 20 हजार लीटर 80 रुपए प्रति हजार लीटर

- 20 से 30 हजार लीटर 106 रुपए प्रति हजार लीटर

- 30 हजार से उपर 115 रुपए प्रति हजार लीटर

कंस्ट्रक्शन के लिए दरें

- बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन 115 रुपए प्रति हजार लीटर

- 8000 लीटर से कम 1060 रुपये प्रतिमाह

(न्यूज-18 के लिए गुलवंत ठाकुर की रिपोर्ट)