सबरीमाला मंदिर में दो महिलाओं के प्रवेश का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. इस मामले को लेकर अब कांग्रेस नेता शशि थरूर भी सामने आ गए हैं. थरूर ने कहा है कि सबरीमाला मंदिर में दो महिलाओं का प्रवेश अनावश्यक था.
थरूर का कहना है कि जब सुप्रीम कोर्ट इस मामले की सुनवाई ओपन कोर्ट में करने को तैयार है, तो ऐसे वक्त में दो महिलाओं का मंदिर में जाना गैर-जरूरी और उकसाने वाला काम था.
दरअसल, बुधवार को 50 साल से कम उम्र की दो महिलाओं ने सबरीमाला मंदिर में भगवान अयप्पा के दर्शन किए थे. इन दोनों महिलाओं का नाम बिंदु और कनकदुर्गा है. सीपीआई (एमएल) की कार्यकर्ता बिंदु की उम्र 42 साल है और वो कोझीकोड जिले की रहने वाली हैं. जबकि 44 वर्षीय कनकदुर्गा मल्लपुरम जिले की रहने वाली हैं.
महिलाओं ने बताया था कि उन्होंने मंगलवार आधी रात से मंदिर की सीढियां चढ़ना शुरू की और रात 3.45 तक वो दर्शन के लिए पहुंच चुकी थीं. कनकदुर्गा ने बताया था कि उन्होंने अपनी यात्रा पुलिस प्रोटेक्शन के बगैर पूरी की इस दौरान किसी भी प्रदर्शनकारी से उनका सामना नहीं हुआ. इससे पहले इन दोनों महिलाओं ने पिछले साल भी मंदिर के अंदर प्रवेश करने की कोशिश की थी लेकिन उस वक्त उन्हें वापस लौटा दिया गया था.