अलगाववादी नेता शब्बीर शाह ने स्वीकार किया है कि हाफिज सईद से उसके संपर्क हैं. इसके साथ ही पाकिस्तानी हवाला कारोबारी से उसके संबंध हैं. ये सभी आतंक फैलाने के लिए जम्मू-कश्मीर में पैसा मुहैया कराते हैं.
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आतंकवादियों को धन मुहैया कराने के मामले में शब्बीर शाह के खिलाफ शनिवार की दोपहर दिल्ली की अदालत में चार्जशीट दायर कर दी है. जांच में पता चला है कि पाकिस्तान बड़े पैमाने पर शब्बीर शाह को पैसा भेज रहा था.
चार्जशीट में कहा गया है कि अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी और लश्कर-ए-तैयबा प्रमुख हाफिज सईद से भी उसके तार जुड़े हुए हैं. वह सईद से लगातार बातें करता रहा है. आखिरी बातचीत इसी साल जनवरी महीने में की थी.
शाह की पार्टी का आईपी एड्रेस पाकिस्तान के पेशावर में मिला
साह ने स्वीकार किया है कि वह 3 प्रतिशत हिस्सा हवाला ऑपरेटर को देता था. कुछ वह अपने खर्च के लिए रखता था. जम्मू कश्मीर डेमोक्रेटिक फ्रीडम पार्टी के नेता शब्बीर शाह की पार्टी का आईपी एड्रेस पाकिस्तान के पेशावर में मिला है. पार्टी का सूचना केंद्र रावलपिंडी में है. पार्टी का मुख्यालय शब्बीर शाह के श्रीनगर स्थित घर में है.
ईडी के मुताबिक शब्बीर शाह के पास आय का कोई जरिया नहीं है. वह कोई आय़कर रिटर्न भी नहीं फाइल करता है. पार्टी के लिए चंदा केवल नगद में लिया जाता है और कोई रसीद भी नहीं दी जाती.
ईडी को साल 2005 में ही मिली थी जानकारी
इससे पहले साल 2005 में दिल्ली पुलिस से स्पेशल सेल ने हवाला कारोबारी मोहम्मद असलम वानी को कैश और हथियार के साथ गिरफ्तार किया था. उसने स्वीकार किया था कि वह बड़ी मात्रा में पैसा अलगाववादी नेताओं को मुहैया कराता है.
असलम वानी को 63 लाख रुपए के साथ पकड़ा गया था. उस दौरान उसने यह भी बताया था कि इसमें 50 लाख रुपए शब्बीर साह को और 10 लाख रुपए अबु बकर को देना था. बाकी बचे तीन लाख उसके कमीशन के थे. अबु बकर जैश-ए-मोहम्मद का कश्मीर का एरिया कमांडर था. वानी के मुताबिक उसने शब्बीर साह को किश्तों में 2.25 करोड़ तक पहुंचाए हैं.
ईडी ने शाह के खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत केस दर्ज किया है. वहीं शाह ने इस कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया था.
(साभार- न्यूज 18)