आतंकवादी हाफ़िज सईद की बहन और अलगाववादी नेता असिया अंद्राबी को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने श्रीनगर से गिरफ्तार कर लिया है. अंद्राबी पर घाटी की महिलाओं को सुरक्षाबलों पर पत्थरबाजी के लिए उकसाने और जनजीवन को अस्त-व्यस्त करने का आरोप है.
अंद्राबी दुख्तरन-ए-मिल्लात नाम के अलगाववादी संगठन की संस्थापक हैं. इसके अलावा वह ऑल पार्टीज हुर्रियत कॉन्फ्रेंस की सदस्य भी हैं. उनकी संस्था इस्लामिक अलगाववादी संगठन है जो घाटी के निवासियों को समय-समय पर दिशा-निर्देश देते रहता है.
वह अक्सर उन बातों को लेकर दिशा-निर्देश देती रहती हैं जिन्हें वे गैर-इस्लामिक मानती हैं. अंद्राबी का ‘भाई’ जमात-उद-दावा और लश्कर-ए-तैयबा का प्रमुख हाफ़िज सईद है. हाफिज सईद को भारत में हुए कई आतंकवादी वारदातों का मास्टरमाइंड माना जाता है.
अंद्राबी का पति आशिक हुसैन फक्तू आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन का नेता है. फक्तू फिलहाल जेल में बंद है.
सीमा पार दिखाए जाते हैं अंद्राबी के वीडियो
भारत द्वारा पकड़े गए कई आतंकियों ने सुरक्षाबलों के सामने खुलासा किया है कि एलओसी पार मौजूद आतंकी कैंपों में अंद्राबी तकरीरों यानी उसके भाषणों के वीडियो दिखाए जाते हैं.
2015 में भी जम्मू-कश्मीर पुलिस ने अंद्राबी को उसके सौरा स्थित आवास से दो मुकदमों के सिलसिले में गिरफ्तार किया था. इनमें से एक पाकिस्तानी झंडा लहराने जबकि, दूसरा फोन के जरिए पाकिस्तान में हाफ़िज सईद की रैली को संबोधित करने का मामला था.
गुरुवार को अंद्राबी को तब गिरफ्तार किया गया जब सुबह-सुबह आतंकवादियों ने कुपवाड़ा के सेना कैंप पर फिदायीन हमला किया. इस हमले में सेना के एक अधिकारी समेत तीन जवान शहीद हो गए. मुठभेड़ में जवाबी कार्रवाई करते हुए सेना ने दो आतंकियों को मार गिराया.
पिछले दिनों कश्मीर घाटी में सुरक्षा बालों के ऊपर कश्मीरी लड़कियों और महिलाओं ने पत्थरबाजी की थी. इन्हें भड़काने में अंद्राबी का हाथ माना जा रहा है.