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वरिष्ठ वकील इंदु मल्होत्रा सुप्रीम कोर्ट की जज बनीं, CJI ने दिलाई शपथ

इसी के साथ इंदु मल्होत्रा बार से सुप्रीम कोर्ट में जज का पद पाने वाली पहली महिला बन गईं

FP Staff

वरिष्ठ वकील इंदु मल्होत्रा को शुक्रवार को आधिकारिक तौर पर सुप्रीम कोर्ट का जज नियुक्त कर लिया गया. शीर्ष अदालत की कॉलेजियम ने इसके लिए सिफारिश की थी जिसे केंद्र सरकार ने मान लिया था.


चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा ने शुक्रवार को मल्होत्रा को जज के पद की शपथ दिलाई. इसी के साथ इंदु मल्होत्रा बार से सुप्रीम कोर्ट में जज का पद पाने वाली पहली महिला बन गईं. मल्होत्रा के जज बनने के साथ ही सुप्रीम कोर्ट में जजों की संख्या अब 25 हो गई है. शीर्ष अदालत में चीफ जस्टिस सहित कुल जजों की संख्या 31 है.

सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम ने जनवरी में मल्होत्रा को जज बनाए जाने की सिफारिश की थी जिसे केंद्र सरकार ने बुधवार को इजाजत दे दी. इंदु मल्होत्रा के अलावा कॉलेजियम ने उत्तराखंड के चीफ जस्टिस केएम जोसफ का भी नाम आगे बढ़ाया था लेकिन केंद्र ने उनके नाम पर विचार करने से मना कर दिया. केंद्र सरकार ने जोसफ के नाम पर कॉलेजियम से पुनः विचार करने का आग्रह किया है.

चीफ जस्टिस ने अपने अपने कोर्ट रूम में 61 साल की मल्होत्रा को पद की शपथ दिलाई. इस अवसर पर शीर्ष अदालत के सभी जज, कानून अधिकारी, सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के पदाधिकारी और सदस्यों के अलावा बड़ी संख्या में वकील भी मौजूद थे.

सुप्रीम कोर्ट के 67 साल के इतिहास में जस्टिस मल्होत्रा सातवीं महिला जज हैं. कोर्ट में यह तीसरा मौका है जब एक समय में दो महिला जज हैं. इससे पहले, जस्टिस ज्ञान सुधा मिश्रा और जस्टिस रंजना प्रकाश देसाई और इसके बाद जस्टिस रंजना प्रकाश देसाई और जस्टिस आर भानुमति एक साथ सुप्रीम कोर्ट में थीं. अब जस्टिस भानुमति और जस्टिस मल्होत्रा हैं.

मल्होत्रा ने 1983 में वकालत शुरू की और उन्होंने 1988 में सुप्रीम कोर्ट की एडवोकेट ऑन रिकार्ड परीक्षा पास की. उन्हें 2007 में शीर्ष अदालत ने वरिष्ठ वकील मनोनीत किया था.