मध्य प्रदेश में एक डॉक्टर की कथित रूप से पिटाई किए जाने का मामला सामने आया है. दरअसल एक सरकारी अस्पताल में ड्यूटी पर एक आदिवासी डॉक्टर तैनात था और उसे सवर्ण मरीज का इलाज करने के कारण पिटाई और अपशब्द झेलने पड़े.
एमपी के जबलपुर में सुभाष चंद्र मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हुई इस घटना को लेकर गढ़ा पुलिस थाना प्रभारी एस खान ने बताया कि शुक्रवार शाम इमरजेंसी विभाग में अस्पताल के शल्य चिकित्सा विभाग के डॉ. गीतेश रात्रे की ड्यूटी थी. शाम को दुर्घटना में घायल दो महिलाओं को अस्पताल लाया गया. जिसके बाद नर्स स्टॉफ को दोनों घायल महिलाओं के प्राथमिक उपचार करने के लिए कहा कहा.
इस दौरान घायल महिलाओं के करीब दर्जन भर जानकार अस्पताल पहुंच गए. उमेश यादव नाम के व्यक्ति के नेतृत्व में आए लोग इमरजेंसी वार्ड में पहुंचे और ड्यूटी पर तैनात डॉ. गीतेश रात्रे से उनका नाम और जाति पूछी. इसके बाद जब गीतेश ने अपना नाम और अनुसूचित जनजाति वर्ग से होने के बारे में बताया तो लोग नाराज हो गए और सवर्ण डॉक्टर की इलाज के लिए मांग करने लगे.
अभद्र व्यवहार
खान ने बताया कि डॉ. गीतेश ने घायलों के इलाज करने की बात की तो नाराज लोगों ने उनका कॉलर पकड़कर उनके साथ कथित तौर पर हाथापाई की और उन्हें अपशब्द भी कहे. खान का कहना है कि इस घटना के बाद डॉक्टर के साथ अभद्र व्यवहार करने वाले लोग दोनों घायल महिलाओं को अस्पताल से ले गए.
वहीं इस घटना के बाद डॉक्टर ने लिखित शिकायत भी थाने में दी है. फिलहाल पुलिस ने लिखित शिकायत के आधार पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है.