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सुप्रीम कोर्ट ने NCLT के आदेश को बताया 'चिंतातुर'

न्यायाधीकरण ने यूनिटेक के मैनेजिंग डायरेक्टर्स संजय चंद्रा और उनके भाई अजय चंद्रा को अपने जवाब देने के निर्देश दिए हैं

Bhasha

सुप्रीम कोर्ट ने NCLT के आदेश पर 'नाखुशी' जताई है. NCLT ने यूनिटेक के आदेश पर दुख जताया था. राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (NCLT) ने मंगलवार को रीयल्टी फर्म यूनिटेक लिमिटेड को कड़ा झटका देते हुए कंपनी के सभी आठ डायरेक्टर्स को कथित मिस मैनेजमेंट और फंड को इधर-उधर करने के आरोप में निलंबित कर दिया. इसके साथ ही NCLT ने सरकार को कंपनी के बोर्ड में अपनी ओर से 10 डायरेक्टर नियुक्त करने की अनुमति दी है.

एक अनूठा कदम उठाते हुए सरकार ने NCLT से कंपनी का प्रबंधन अपने हाथ में लेने के लिए अपील की थी. सरकार का कहना था कि इस कदम के पीछे उसका मकसद 20,000 घर के खरीदारों के हितों का संरक्षण करना है. करीब एक दशक पहले भी सरकार ने ऐसे ही एक निजी कंपनी के मामले में हस्तक्षेप किया था. उस समय सरकार ने आईटी कंपनी सत्यम (अब टेक महिंद्रा) के बोर्ड को अपने हाथों में लेते हुए कंपनी को महिंद्रा को बेच दिया था.


NCLT के चेयरमैन जस्टिस M.M कुमार की अध्यक्षता वाली पीठ ने सरकार को डायरेक्टर नियुक्त करने की अनुमति देते हुए 20 दिसंबर तक 10 लोगों के नाम देने का निर्देश दिया है. मामले की अगली सुनवाई भी इसी दिन होनी है. इसके अलावा यूनिटेक के आठ निलंबित डायरेक्टर्स को अपनी निजी और कंपनी की संपत्ति बेचने की रोक लगाई गई है. न्यायाधिकरण का यह आदेश सरकार द्वारा दायर अपील पर आया है. इसमें सरकार ने दलील दी है कि यूनिटेक को बंद करने का मामला बनता है, लेकिन हजारों फ्लैट खरीदारों और छोटे जमाकर्ताओं के हितों के मद्देनजर वह कंपनी का प्रबंधन अपने हाथ में लेना चाहती है.

हालांकि, सुबह की सुनवाई में यूनिटेक की ओर से कोई प्रतिनिधि मौजूद नहीं था. दोपहर को कंपनी ने न्यायाधिकरण के आदेश को चुनौती देते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट के 20 नवंबर के आदेश के मद्देनजर जबरिया किसी कार्रवाई का क्रियान्वयन नहीं किया जा सकता.

हालांकि NCLT ने यूनिटेक के मौजूदा डायरेक्टर्स को निलंबित रखने के अपने आदेश के अनुपालन पर रोक से इनकार करते हुए कहा कि सरकार द्वारा नियुक्त सभी निदेशक सुप्रीम कोर्ट के सभी आदेशों का अनुपालन करेंगे. कंपनी की वेबसाइट के अनुसार उसके डायरेक्टर्स में चेयरमैन रमेश चंद्रा, मैनेजिंग डायरेक्टर्स अजय चंद्रा और संजय चंद्रा, मिनोती बहरी, सुनील रेखी, चंद्रकांत जैन, दिलीप कुमार मल्होत्रा और वीरेंद्र कुमार भूटानी शामिल हैं.

न्यायाधीकरण ने यूनिटेक के मैनेजिंग डायरेक्टर्स संजय चंद्रा और उनके भाई अजय चंद्रा को अपने जवाब देने के निर्देश दिए हैं.