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बीना काक की वजह से नए विवाद में आया सलमान खान का नाम

राजस्थान की पूर्व वन मंत्री काक ने रणथंभौर टाइगर रिजर्व पर अपनी किताब 'साइलेंट सेंटिनल्स ऑफ रणथंभौर' का अनावरण सलमान करवाया था, जिस पर विवाद शुरू हो गया था

FP Staff

राजस्थान में हिरण शिकार मामले के करीब 18 साल बाद अभिनेता सलमान खान वन्य जीवों से जुड़े एक अन्य विवाद के चलते फिर से सुर्खियों में हैं. इस बार विवाद की वजह बनी हैं राजस्थान की पूर्व वन मंत्री बीना काक.

दरअसल, हाल ही में पूर्व वन मंत्री काक ने रणथंभौर टाइगर रिजर्व पर अपनी किताब 'साइलेंट सेंटिनल्स ऑफ रणथंभौर' का अनावरण करवाया था. यह अनावरण अभिनेता सलमान खान से कराया गया और इसी पर विवाद खड़ा हो गया है.


राजस्थान में वन्यजीव संरक्षण से जुड़ी संस्था ने विरोध दर्ज कराया है कि वन्यजीव अपराध में मुल्जिम सलमान से किताब का अनावरण कराना गलत है. जबकि बीना काक ने विरोध ये कह कर खारिज कर दिया कि संरक्षण के मैसेज को दूर तक पहुंचाने के लिए सलमान से अनावरण कराना गलत नहीं.

काला हिरण और चिंकारा शिकार को लेकर लंबे समय से अदालत के चक्कर काट रहे सलमान से बीना काक की इस किताब का अनावरण कराने पर शुरू हुआ विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा. रणथंभौर बचाओ आंदोलन समिति ने मामले में न सिर्फ अपना विरोध दर्ज करया बल्की पूर्व वनमंत्री बीना काक से मामले में सार्वजिक माफी की भी मांग की है.

सार्वजनिक रूप से माफी मांगे बीना काक

समिति के अध्यक्ष एडवोकेट अक्षय शर्मा ने कहा कि ये वन्यजीव प्रेमियों को लिए काफी दुख पहुंचाने वाली सूचना है. रणथंभौर जैसे नामीचन टाइगर रिजर्व में संरक्षण जैसे संवेदनशील मुद्दे पर लिखी गई एक किताब का अनावरण वन्यजीव अपराध में मुल्जिम बनाए गए सलमान खान से कराया गया है. उन्होंने कहा कि जब तक बीना काक माफी नहीं मांगती तब उनका विरोध जारी रहेगा. जब भी बीना काक रणथंभौर भ्रमण पर पहुंचेंगी उनका विरोध किया जाएगा.

बीना काक ने नहीं मानी गलती, कहा- उनकी नजर में गलत नहीं

मामले को लेकर जब पूर्व वनमंत्री बीना से बात की गई तो फोन पर उनका कहना था कि इस तरह के विरोध उनके लिए बिल्कुल मायने नहीं रखते हैं. सलमान खान जैसा नेक इंसान अगर खुले दिल से संरक्षण के लिए आगे आकर बात कर रहे हैं, तो उससे संरक्षण जैसे अहम मुद्दे को व्यापक रूप से लोगों तक पहुंचाने में मदद मिलती है. जो उनकी नजर में बिल्कुल गलत नहीं है.