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Saradha Scam: राजीव कुमार से CBI की पूछताछ खत्म, शिलॉन्ग से हुए कोलकाता रवाना

CBI ने कोलकाता के पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार से लगातार पांचवें दिन इस मामले में पूछताछ की. सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों पर उनसे यह पूछताछ की जा रही थी

FP Staff

शारदा चिटफंड घोटाले (Saradha Chit Fund Scam) मामले में कोलकाता के पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार से सीबीआई (CBI) की पूछताछ खत्म हो गई है. बुधवार को लगातार पांचवें दिन जांच एजेंसी ने उनसे तीन घंटे तक पूछताछ की.

न्यूज़ एजेंसी ANI के अनुसार बीते सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर राजीव कुमार से शुरू हुई सीबीआई की यह पूछताछ पूरी हो गई है. इसके बाद राजीव कुमार अब शिलॉन्ग से कोलकाता के लिए रवाना हो गए हैं.

राजीव कुमार पर क्या हैं आरोप?

सीबीआई ने 1989 बैच के आईपीएस अधिकारी राजीव कुमार पर ‘शारदा चिटफंड घोटाले’ के सबूत मिटाने का आरोप लगाया है. सुप्रीम कोर्ट में सीबीआई ने आरोप लगाया कि घोटाले की एसआईटी जांच के अगुवा रहे राजीव कुमार ने इलेक्ट्रॉनिक सबूत के साथ छेड़छाड़ की. केंद्रीय एजेंसी का आरोप है कि उन्होंने जो दस्तावेज एजेंसी को सौंपे उनमें कुछ ‘छेड़छाड़’ की गई है.

कोलकाता के पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के काफी करीबी हैं

शारदा चिटफंड घोटाला क्या है?

शारदा चिटफंड घोटाला पश्चिम बंगाल में हुआ बड़ा आर्थिक घोटाला है. इस मामले में कई बड़े नेताओं के नाम जुड़े हैं. शारदा कंपनी पर आरोप है कि उसके प्रमोटरों ने लोगों (निवेशकों) से पैसे ठगने के लिए लुभावने वादे किए थे और रकम को 34 गुना कर वापस लौटाने का विश्वास दिलाया था. इस घोटाले में कथित रूप से लगभग 40 हजार करोड़ की हेरफेर हुई है.

सुप्रीम कोर्ट ने वर्ष 2014 में सीबीआई को शारदा चिटफंड घोटाले के जांच के आदेश दिए थे. कोर्ट ने पश्चिम बंगाल, ओडिशा और असम पुलिस को जांच में सहयोग करने का भी आदेश दिया था.

पश्चिम बंगाल समेत अन्य राज्यों में हुए शारदा चिटफंड घोटाले को अनुमानित रूप से 40 हजार करोड़ रुपए का बताया जा रहा है

शारदा ग्रुप ने महज चार वर्षों में पश्चिम बंगाल के अलावा पड़ोसी झारखंड, ओडिशा और पूर्वोत्तर के राज्यों में अपने 300 दफ्तर खोल लिए थे. बाद में निवेशकों के पैसे लेकर इस चिटफंड कंपनी ने अपने ऑफिस पर ताला लगा दिया था.