view all

सेंट जेवियर्स के छात्रों ने आदित्य ठाकरे को निमंत्रण का किया विरोध

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य शुक्रवार को कॉलेज की 150वीं सालगिरह के जश्न की शुरूआत के मौके पर आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में मौजूद थे. आदित्य संस्थान के पूर्व छात्र हैं

Bhasha

शहर के सेंट जेवियर्स कॉलेज के एक हजार से ज्यादा पूर्व छात्रों ने युवा शिवसेना के प्रमुख आदित्य ठाकरे को एक कार्यक्रम में बुलाने के लिए संस्थान की आलोचना करते हुए कहा कि यह उसके मूल्यों के 'उलट' है.

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य शुक्रवार को कॉलेज की 150वीं सालगिरह के जश्न की शुरूआत के मौके पर आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में मौजूद थे. आदित्य संस्थान के पूर्व छात्र हैं.


संस्थान के 1,029 पूर्व छात्रों के हस्ताक्षर वाली एक याचिका में शुक्रवार को कहा गया कि आदित्य ठाकरे की मौजूदगी 'सेंट जेवियर्स कॉलेज द्वारा अपनाए गए सिद्धांतों एवं मूल्यों के उलट है.'

इसमें कहा गया कि 2010 में आदित्य ने शिवसेना के कथित नकारात्मक चित्रण के लिए रोहिंटन मिस्त्री की किताब ‘सच अ लौंग जर्नी’ को मुंबई विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम में शामिल करने के खिलाफ अभियान का नेतृत्व किया था. यह किताब बुकर प्राइज के लिए नामित हुई थी.

याचिका में कहा गया कि युवा सेना (शिवसेना की युवा इकाई) के दबाव में आकर विश्वविद्यालय ने किताब पाठ्यक्रम से हटा दी थी.

पूर्व छात्रों ने कहा कि गुरुवार को आयोजित कार्यक्रम में आदित्य को बुलाकर 'आप संदेश दे रहे हैं कि राजनीतिक दबाव की रणनीति के सामने साहित्यिक स्वतंत्रता और आलोचनात्मक सोच कहीं नहीं ठहरते.'

संपर्क किए जाने पर कॉलेज के उप प्राचार्य फादर रॉय परेरा ने आदित्य को निमंत्रित करने के फैसले का बचाव किया. फादर परेरा कॉलेज की 150वीं सालगिरह समारोह का प्रभार देख रहे हैं.

उन्होंने कहा कि संवाददाता सम्मेलन के लिए बुलाए गए पूर्व छात्र 'विभिन्न क्षेत्रों से आने वाले कॉलेज के छात्रों की एक विस्तृत श्रेणी का प्रतिनिधित्व करते हैं.'

उप प्राचार्य ने कहा, 'उन सब की अलग-अलग व्यक्तिगत विचारधाराएं हो सकती हैं लेकिन जेवियर्स हमेशा से विविधता को जगह देता रहा है. जेवियर्स तमाम विचारों को शामिल करने का पक्षधर है.'