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सबरीमाला प्रदर्शन LIVE: आज रात घर वापस लौटेंगी तृप्ति देसाई, प्रदर्शनकारियों ने नहीं जाने दिया मंदिर

तृप्ति शुक्रवार को कोच्चि पहुंच चुकी हैं लेकिन एयरपोर्ट के बाहर सैकड़ों प्रदर्शनकारी उनका विरोध कर रहे हैं

FP Staff
20:05 (IST)

तृप्ति देसाई ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने टैक्सी ड्राइवर्स को धमकाया कि वह मुझे सर्विस न दें. होटल स्टाफ को धमकाया गया कि अगर उन्होंने मुझे कमरा दिया तो होटल के कमरों में तोड़फोड़ की जाएगी. मुझे यह आश्चर्यचकित करता है कि अयप्पा के भक्त गाली देते हैं और धमकाते हैं. 

19:09 (IST)

तृप्ति देसाई आज घर लौटेंगी इसलिए वह उदास दिखीं. उनका सबरीमाला मंदिर में जाने का सपना पूरा नहीं हो सका.

19:07 (IST)

आज रात तृप्ति देसाई अपने घर पुणे लौट जाएंगी. वह आज सुबह से ही कोच्चि एयरपोर्ट पर मौजूद हैं. प्रदर्शनकारियों ने उन्हें सबरीमाला मंदिर जाने से रोक दिया. 

19:05 (IST)

सबरीमाला मंदिर में भगवान अयप्पा के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिली. 

19:03 (IST)

सबरीमाला कर्मा समिति ने तृप्ति देसाई के खिलाफ प्रदर्शन किया

19:02 (IST)

सबरीमाला मंदिर 62 दिनों के मंडला पूजा मगराविलाकू वार्षिक तीर्थयात्रा सत्र के लिए खुला. 

18:59 (IST)

कोच्चि एयरपोर्ट के बाहर प्रदर्शन कर रहे सामाजिक कार्यकर्ता राहुल ईश्वर ने कहा कि तृप्ति देसाई को वापस जाना चाहिए. अगर वह सबरीमाला मंदिर जाना चाहती हैं तो उन्हें हमारे सीने पर पैर रखकर जाना होगा. 

16:51 (IST)

भगवान अयप्पा के श्रद्धालुओं ने अपने बेस कैंप से सबरीमाला मंदिर की यात्रा शुरू कर दी है. पूरे इलाके में भारी मात्रा में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है. 

14:56 (IST)

पुलिस ने पांच बजे मंदिर के द्वार खुलने से पहले श्रद्धालुओं को मंदिर मे भेजना शुरू किया. बस रात 10 बजे तक ही मंदिर परिसर में रुक सकते हैं श्रद्धालु

14:55 (IST)14:02 (IST)

न्यूज18 की खबर के मुताबिक, सबरीमाला जा रहे श्रद्धालु निलक्कल से निकल चुके हैं. वहीं तृप्ति देसाई अभी भी एयरपोर्ट पर फंसी हुई हैं.

12:37 (IST)

केरल हाईकोर्ट ने एक सबरीमाला में मीडिया बैन की मांग करने वाली याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा है कि सबरीमाला में मीडिया बैन नहीं होगा. कोर्ट ने कहा है कि सभी जानना चाहते हैं कि वहां क्या हो रहा है. कोर्ट ने कहा है कि उम्मीद है कि सबरीमाला की तीर्थयात्रा में चल रहे प्रदर्शन को रोकने के लिए पुलिस और राज्य सरकार जरूरी कदम उठाएंगे.

12:27 (IST)

तृप्ति देसाई ने एक वीडियो जारी कर बताया है कि वो सुबह साढे़ चार तक कोच्चि एयरपोर्ट पहुंच गई थीं लेकिन प्रदर्शनकारियों ने सारे एग्जिट ब्लॉक करके रखे हैं. उन्होंने बताया कि उन्होंने वहां पर गाड़ी बुक की लेकिन कोई जाने को तैयार नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि पुलिस ने अपनी पूरी कोशिश की है लेकिन अब वो कह रहे हैं कि वो बाहर नहीं जा सकतीं.

12:14 (IST)

बीजेपी की नेता ने तृप्ति को इसपर भी निशाने पर लिया है. शोभा करंदलजे ने कहा कि मंदिर के दर्शन के पहले उन्होंने नाश्ता किया है. लेकिन परंपरा के हिसाब से उनके इरिमुडी और 41 दिनों के व्रत का क्या हुआ? उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने दर्शन की अनुमति दी है, परंपरा तोड़ने की तो हीं.

12:08 (IST)

इस दौरान तृप्ति और उनके साथ की महिलाओं ने एयरपोर्ट पर ही नाश्ता किया, जिसकी तस्वीरें भी सामने आई. 

12:07 (IST)

तृप्ति देसाई ने कहा है कि अपनी इस यात्रा के लिए उन्होंने पुलिस प्रोटेक्शन भी मांगा था. उन्होंने कहा था कि अगर जत्थे पर हमला हुआ तो इसके लिए केरल के डीजीपी और मुख्यमंत्री पिनरई विजयन जिम्मेदार होंगे. उन्होंने बताया कि उन्हें हमल की धमकी मिली है, लेकिन उन्हें सुरक्षा मिले या नहीं, वो बिना दर्शन के नहीं लौटेंगी.

12:07 (IST)

प्रदर्शनकारियों ने कहा है कि वो तृप्ति देसाई को एयरपोर्ट से बाहर नहीं आने देंगे. विरोध की वजह से उन्हें निलक्कल जाने के लिए कोई गाड़ी भी नहीं मिल रही. विरोधियों ने कहा है कि अगर देसाई को जाना है तो वो खुद से जाएं, लेकिन पूरी यात्रा के दौरान उनका विरोध होगा.

12:07 (IST)

इसके लिए तृप्ति कई महिलाओं के साथ शुक्रवार सुबह-सुबह कोच्चि एयरपोर्ट पहुंच गई थीं लेकिन उनके विरोध में एयरपोर्ट के बाहर लगभग 300 प्रदर्शनकारी जुटे हुए हैं, जिसकी वजह से वो अभी तक एयरपोर्ट पर ही फंसी हुई हैं.

12:07 (IST)

सबरीमाला के कपाट फिर खुलने वाले हैं. 17 नवंबर से दो महीने तक चलने वाला मंडला-मक्करविलक्कू तीर्थाटन शुरू हो रहा है. इस बार भूमाता ब्रिगेड की संस्थापक तृप्ति देसाई ने मंदिर में दर्शन का ऐलान किया है.

17 नवंबर यानी शनिवार को केरल के सबरीमाला मंदिर के दरवाजे फिर खुलने वाले हैं. सबरीमाला में दो महीने तक चलने वाला मंडला-मक्करविलक्कू तीर्थाटन सत्र 17 नवंबर को प्रारंभ होगा. उस दौरान देशभर से लाखों की संख्या में श्रद्धालु उमड़ते हैं.

इस बार सामाजिक कार्यकर्ता तृप्ति देसाई ने मंदिर में दर्शन करने का ऐलान किया था. तृप्ति शुक्रवार की सुबह-सुबह कोच्चि भी पहुंच चुकी हैं लेकिन एयरपोर्ट के बाहर सैकड़ों प्रदर्शनकारी उनका विरोध कर रहे हैं, इसलिए उन्हें एयरपोर्ट पर ही रोक लिया गया है.


एएनआई ने ट्वीट कर बताया कि भूमाता ब्रिगेड की फाउंडर तृप्ति देसाई को कोच्चि एयरपोर्ट के अंदर ही रुकना पड़ा क्योंकि एयरपोर्ट के बाहर सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने एक्जिट ब्लॉक कर दिया था.

देसाई ने बुधवार को कहा था कि वह शनिवार को 10 से 50 की आयु वर्ग (पहले निषिद्ध) की छह अन्य महिलाओं के साथ सबरीमला मंदिर जाएंगी. उन्होंने अपनी इस यात्रा के लिए उन्होंने पुलिस प्रोटेक्शन भी मांगा था. उन्होंने कहा था कि अगर जत्थे पर हमला हुआ तो इसके लिए केरल के डीजीपी और मुख्यमंत्री पिनरई विजयन जिम्मेदार होंगे.

देसाई ने मुख्यमंत्री पिनरई विजयन को एक ईमेल भेजकर सुरक्षा मांग की है क्योंकि उन्हें मंदिर जाने के दौरान अपने ऊपर हमला होने का डर है. तृप्ति ने कहा है, ‘हम सबरीमला मंदिर में दर्शन के बिना महाराष्ट्र नहीं लौटेंगे. हमें सरकार पर विश्वास है कि वह हमें सुरक्षा मुहैया कराएगी. मुझे बहुत सी धमकियां मिली हैं लेकिन हम हिंसा के आगे नहीं झुकेंगे.’

वहीं शुक्रवार को तृप्ति को एयरपोर्ट पर ही विरोध झेलना पड़ रहा है. न्यूज18 की रिपोर्ट के मुताबिक, एयरपोर्ट के बाहर लगभग 300 प्रदर्शनकारी प्रदर्शन कर रहे हैं.

वहीं प्रदर्शन कर रहे बीजेपी नेता एमएन गोपी ने धमकी दी है कि तृप्ति देसाई को एयरपोर्ट से बाहर नहीं निकलने दिया जाएगा. उन्होंने कहा, 'तृप्ति देसाई को किसी पुलिस या सरकारी गाड़ी में निकलने नहीं दिया जाएगा. एयरपोर्ट की टैक्सियां भी उन्हें नहीं ले जाएंगी. अगर जाना है, तो खुद की गाड़ी से जाएं. अगर वो एयरपोर्ट से निकलीं तो पूरे रास्ते में उनका विरोध होगा.'

शनिधाम शिंगणापुर मंदिर, हाजी अली दरगाह, महालक्ष्मी मंदिर और त्र्यंबकेश्वर शिव मंदिर सहित कई धार्मिक जगहों पर महिलाओं को प्रवेश की अनुमति दिलाने के अभियान की अगुवाई कर चुकीं तृप्ति ने ये ऐलान तब किया है, जब सुप्रीम कोर्ट ने अपने सबरीमाला फैसले पर रोक से एक बार फिर इनकार कर दिया है. शीर्ष अदालत ने सबरीमाला में भगवान अयप्पा के मंदिर में सभी उम्र वर्गों की महिलाओं की अनुमति दी थी.

इस बीच मंदिर में सभी आयु वर्ग की महिलाओं के प्रवेश के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे संगठनों में शामिल ‘अयप्पा धर्म सेना’ के अध्यक्ष राहुल ईश्वर ने कहा कि अयप्पा के श्रद्धालु तृप्ति और उसके समूह के पवित्र मंदिर में प्रवेश और पूजा के किसी भी प्रयास का ‘गांधीवादी तरीके’ से विरोध करेंगे. उन्होंने तिरुवनंतपुरम में कहा, ‘हम जमीन पर लेट जाएंगे. हम विरोध करेंगे और किसी भी कीमत पर उन्हें मंदिर में पूजा करने से रोकेंगे.’

(एजेंसी इनपुट के साथ)