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प्रद्युम्न हत्याकांड: सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा सरकार से मांगा जवाब

हरियाणा पुलिस ने फिलहाल रायन स्कूल के दो सीनियर अधिकारी को गिरफ्तार किया है

Ravishankar Singh

सुप्रीम कोर्ट ने गुरुग्राम के रायन इंटरनेशनल स्कूल में एक बच्चे प्रद्युम्न की मौत पर सख्त रुख इख्तियार किया है. सुप्रीम कोर्ट ने केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय, सीबीआई, सीबीएसई और हरियाणा सरकार को नोटिस जारी कर तीन हफ्तों में जवाब देने को कहा है.

हम आपको बता दें कि हरियाणा के गुरुग्राम स्थित रायन इंटरनेशनल स्कूल के शौचालय में 8 सितंबर को सात साल के प्रद्युम्न की गला रेत कर हत्या कर दी गई थी. प्रद्युम्न इस स्कूल में दूसरी कक्षा का छात्र था. प्रद्युम्न की मौत के बाद से ही उसके माता-पिता हत्या की जांच सीबीआई से कराने की मांग कर रहे हैं.


प्रद्युम्न के पिता वरुण ठाकुर की तरफ से केस की पैरवी कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता सुशील टेकरीवाल ने फर्स्टपोस्ट हिंदी से बात करते हुए कहा, ‘सुप्रीम कोर्ट का यह नोटिस एक स्कूल तक सीमित नहीं होगा. यह देश के सभी स्कूलों को ध्यान में रखते हुए नोटिस जारी किया गया है. इस याचिका में मांग की गई है कि स्कूलों को बच्चों की सुरक्षा के बारे में एक गाइडलाइंस जारी किया जाए.’

सुशील टेकरीवाल आगे कहते हैं, ‘प्रद्युम्न की हत्या की जांच के लिए एक आयोग के गठन की मांग की गई है, जिससे स्कूल प्रशासन की जिम्मेदारी फिक्स की जा सके. हमलोगों ने कोर्ट से सीबीआई जांच की भी मांग की है.’

सुप्रीम कोर्ट के सख्त रुख के बाद प्रद्युम्न के पिता वरुण ठाकुर ने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'मुझे कोर्ट पर पूरा भरोसा है. इसलिए हम यहां आए हैं. जिस तरह से कोर्ट ने ऐक्शन लिया है उससे हम खुश हैं.'

वरुण ठाकुर ने मीडिया से बात करते हुए कहते हैं, ‘हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर जी ने मुझे फोन किया था. उन्होंने हरियाणा पुलिस की तरफ से की जाने वाली जांच के बारे में मुझसे राय जाननी चाही. मैने, हरियाणा सरकार की तरफ से मिल रहे सहयोग के लिए सीएम साहब को धन्यवाद दिया. साथ ही मैने सीएम साहब से इस मामले की जांच सीबीआई से कारने की गुजारिश की है.’

सीबीआई जांच की मांग

प्रद्युम्न के पिता वरुण ठाकुर इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग लगातार कर रहे हैं.

सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की सुनवाई मुख्य न्यायाधीश जस्टिस दीपक मिश्रा की पीठ में शुरू हुई. इस पीठ में चीफ जस्टिस के अलावा जस्टिस ए एम खानविलकर और जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ भी शामिल हैं.

गुरुग्राम पुलिस ने इस मामले में स्कूल के एक कंडक्टर अशोक कुमार को गिरफ्तार किया था. प्रद्युम्न के माता-पिता स्कूल प्रशासन पर मुख्य आरोपी को बचाने का आरोप लगा रहे हैं.

प्रद्युम्न के माता-पिता और रयान इंटरनेशनल स्कूल में पढ़ रहे कुछ बच्चों के माता-पिता भी बस कंडक्टर अशोक कुमार के कथित इकबालिया बयान को संदेह की नजर से देख रहे हैं.

इन लोगों का कहना है कि, प्रद्युम्न ने स्कूल में कुछ गलत काम करते किसी को देख लिया था, इसके बाद ही उसकी हत्या की गई. मृतक बच्चे के माता-पिता और परिजनों का कहना है कि स्कूल का तर्क समझ से परे है कि कंडक्टर ने हत्या कर दी.

मामला काफी उलझा हुआ है

जिस वक्त प्रद्युम्न की हत्या की गई है, उस वक्त स्कूल में छात्रों का शौचालय में आना-जाना ज्यादा होता है. क्योंकि उसी वक्त सभी क्लास के बच्चों की क्लास की टाइमिंग शुरू होने वाली होती है. कुछ बच्चे घर से जाने के बाद स्कूल के शौचालय में जरूर जाते हैं. ऐसे में कंडक्टर के द्वारा चाकू मारने के बाद किसी ने नहीं देखा होगा या आवाज नहीं सुनी होगी समझ से परे है.

दूसरी तरफ हरियाणा सरकार का कहना है कि इस घटना की चार्जशीट सात दिन के अंदर दाखिल कर फास्टट्रैक कोर्ट में मामले की सुनवाई की जाएगी.

हरियाणा पुलिस ने फिलहाल रायन स्कूल के दो सीनियर अधिकारी को गिरफ्तार किया है. रायन स्कूल के रीजनल हेड और एचआर हेड को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने दोनो को दो दिन की पुलिस की रिमांड पर भेज दिया है. अगले कुछ दिनों में रायन स्कूल के कुछ और शिक्षकों से भी पूछताछ की जा सकती है.