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दलित प्रदर्शनकारी समझ RSS नेता राकेश सिन्हा को उठा ले गई यूपी पुलिस

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) नेता राकेश सिन्हा को सोमवार को पुलिस गलतफहमी में उठा ले गई

FP Staff

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) नेता राकेश सिन्हा को सोमवार को पुलिस गलतफहमी में उठा ले गई. नोएडा पुलिस ने आरएसएस नेता को फिल्म सिटी इलाके से हिरासत में लिया. दरअसल सोमवार को बुलाए गए भारत बंद को देखते हुए पुलिस ने उन्हें दलित प्रदर्शनकारी समझकर हिरासत में ले लिया था. सिन्हा ने बताया कि वो एक टीवी चैनल के पैनल डिस्कशन में हिस्सा लेने के लिए जा रहे थे, तभी पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया.

सिन्हा ने बताया कि इस दौरान पुलिस वालों ने गंदी भाषा का इस्तेमाल किया. उन्होंने कहा कि जब मैंने पूछा कि मुझे क्यों हिरासत में लिया गया है, तो पुलिस ने मुझे जाने को कह दिया. सिन्हा ने ट्वीट कर कहा, नॉएडा पुलिस एसएचओ अनिल कुमार शाही के नेतृत्व में जबरन मुझे पुलिस की गाड़ी में बैठाकर ले गई. उनका व्यवहार अशोभनिया था. धमकी भरा था. भीड़ जुटने पर 500 मीटर दूर जाकर मुझे छोड़ा. बाद में सफाई दी कि मुझे दलित ऐक्टिविस्ट समझ बैठे थे.


आरएसएस ने आंदोलन के दौरान हुई हिंसा निंदा की है. उसने जोर दिया कि जाति के आधार पर किसी भी प्रकार के अत्याचार को रोकने के लिए बनाए गए कानूनों का कठोरता से पालन होना चाहिए और समाज के हर वर्ग के लोगों को किसी प्रकार के बहकावे में आये बिना परस्पर प्रेम और सौहार्द बनाए रखना चाहिए. आरएसएस के सरकार्यवाह सुरेश भैय्याजी जोशी ने अपने बयान में कहा कि अनुसूचित जाति, जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के उपयोग पर सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय को लेकर हो रही हिंसा दुर्भाग्यपूर्ण है.

आपको बता दें कि एससी/एसटी कानून में बदलाव के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में सोमवार को देशभर में हिंसा और आगजनी होती रही. कम से कम 10 लोगों की अबतक मौत हो चुकी है और कई अन्य घायल हैं. इस दौरान हजारों लोगों को गिरफ्तार भी किया गया. हालात को देखते हुए सोमवार को ज्यादातर स्कूल बंद रहे. वहीं अब भी स्थिति में ज्यादा सुधार देखने को नहीं मिल रहा है.